नई दिल्ली: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दक्षिणी राज्य तेलंगाना के विकाराबाद में वीएलएफ राडार स्टेशन की नींव रखी है. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में शांति और व्यवस्था बनाए रखना हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. भारत की समुद्री सीमाएं निर्धारित करने वाले देशों की ओर से भी समुद्री सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रयास किये जाने चाहिए. भारत के इस प्रयास में सभी मित्र देशों का साथ जरूरी है, क्योंकि यदि एक भी देश छूटा तो समझिए हमारा सुरक्षा चक्र टूटा. भारत तोड़ने में नहीं, बल्कि सबको जोड़ने में विश्वास रखता है, इसलिए हम लोग हर तरीके से सभी मित्र पड़ोसी देशों को साथ लेने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं.
उन्होंने वीएलएफ स्टेशन के निर्माण से जुड़े सभी हितधारकों को और तेलंगाना सरकार के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को धन्यवाद देते हुए हुए कहा कि हमारे सशस्त्र बलों के लिए यह स्टेशन सैन्य क्षमता का विस्तार करने में महत्वपूर्ण साबित होगा. यह वीएलएफ स्टेशन चालू होने के बाद समुद्री बलों के लिए कई दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सिद्ध होगा. इस प्रकार का हाई-टेक बुनियादी ढांचा सिर्फ एक सैन्य प्रतिष्ठान में नहीं होता है, बल्कि ये अपनी रणनीतिक भूमिका जैसे राष्ट्रीय महत्व का सिद्धांत देता है.
#WATCH | Vikarabad, Telangana: During the foundation Stone laying ceremony of VLF Station in Vikarabad, Defence Minister Rajnath Singh says, " The VLF station which we are going to establish today, is a key effort of us to establish communication for our maritime forces…lack of… pic.twitter.com/FqCVHFGHPB
— ANI (@ANI) October 15, 2024
रक्षा मंत्री ने कहा कि साधारण या असाधारण परिस्थिति में किसी भी कमांड सेंटर से जुड़े सभी लोगों के बीच सूचनाओं का निर्बाध प्रवाह होना बहुत जरूरी है और इस प्रकार के संचार के लिए ये केंद्र बहुत महत्वपूर्ण हो जाते हैं. यह वीएलएफ स्टेशन समुद्री बलों के बीच संचार स्थापित करने की कड़ी में हमारा सबसे अहम प्रयास है. यह हमारे सशस्त्र बलों के कमांड सेंटरों के साथ समुद्र में हमारे जहाजों और पनडुब्बियों के बीच एक मजबूत और वास्तविक समय संचार विकसित करना चाहता है. यह स्टेशन हमारे समुद्री हित को सुरक्षित करने के समान दृष्टिकोण के साथ बनाया जा रहा है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज हमारी नौसेना के पास लगभग बहुत से जहाज हैं. भारतीय नौसेना के कई जहाज और अन्य प्लेटफॉर्म पूरे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में उतारे गए हैं. हमारी नौसेना का क्षेत्र संपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में, पूर्व में मलक्का स्ट्रेट से, पश्चिम में अदन की खाड़ी, फारस की खाड़ी और अफ्रीका के पूर्वी तट तक फैला हुआ है. इतिहास भी इस बात का गवाह है कि जिस देश ने दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई, उसने एक बार समुद्र पर अपना दबदबा जरूर बनाया. फ्रांसीसियों, पुर्तगालियों और अंग्रेजों ने समुद्र में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई. इस रणनीतिक प्रभुत्व तथा संसाधनों के प्रतिस्पर्धा में अगर भारत को अपना हित सुरक्षित करना है, तो हमारे पास के प्लेटफार्मों और उपकरणों का होना बहुत जरूरी है, उसके साथ-साथ एक संचार प्रणाली का ढांचा भी होना आवश्यक है.
हिन्दुस्थान समाचार
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