नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के हिंदी माह समापन समारोह के विरोध में प्रधानमंत्री को लिखे पत्र को लेकर उनकी कड़ी निंदा की है. भारतीय जनता पार्टी ने एमके स्टालिन पर हमला बोला है. पार्टी ने उनके भारतीय होने पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या गैर-अंग्रेजी भाषी राज्यों में अंग्रेजी-उन्मुख कार्यक्रम आयोजित करना ठीक है? क्या गैर-इस्लाम, गैर-ईसाई देश में इस्लाम और ईसाई धर्म के धार्मिक स्थलों का निर्माण करना ठीक है?
भाजपा नेता माधवी लता ने शुक्रवार को अयोध्या में पत्रकारों से कहा कि स्टालिन से पहले भारतीय होने के बारे में पूछा जाना चाहिए, तब उन्हें इस देश की भाषा से प्यार करने का महत्व समझ में आएगा. सबसे पहले देश से प्यार करना ज़रूरी है.
#WATCH अयोध्या: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा गैर-हिंदी भाषी राज्यों में आयोजित हिंदी भाषा-केंद्रित कार्यक्रमों के संबंध में पीएम मोदी को लिखे पत्र पर भाजपा नेता माधवी लता ने कहा, "मैं एमके स्टालिन से पूछती हूं कि क्या गैर-अंग्रेजी भाषी राज्यों में अंग्रेजी सभा… pic.twitter.com/aodGyTUaY8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2024
वहीं, तमिलनाडु के भाजपा उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने कहा कि डीएमके 2004 से 2014 तक यूपीए का हिस्सा थी. जब इतने वर्षों तक कांग्रेस के साथ डीएमके शासन के दौरान भी यही हिंदी पखवाड़ा हुआ, तब स्टालिन क्या कर रहे थे?
#WATCH | On Tamil Nadu CM MK Stalin's letter to PM Modi on Hindi language-oriented events held in non-Hindi speaking states, state BJP vice president Narayanan Thirupathy says, "Did Stalin raise the question when DMK was part of the UPA from 2004 to 2014. When all these years the… pic.twitter.com/m0HqvFfqA6
— ANI (@ANI) October 18, 2024
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमारी उल्लेखनीय भाषाई विविधता को हमारी सभ्यता की ताकत मानते हैं, वहीं डीएमके के पास भाषा को एक पक्षपातपूर्ण राजनीतिक उपकरण के रूप में उपयोग करने का एक लंबा इतिहास है. प्रधानमंत्री हमारी महान भाषाई विविधता एवं विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं लेकिन मुख्यमंत्री स्टालिन द्वारा प्रधानमंत्री को लिखा गया पत्र डॉ .अंबेडकर के विचारों के खिलाफ है और यह सहकारी संघवाद की भावना के विरोध को भी उजागर करता है.
#WATCH | On Tamil Nadu CM MK Stalin writing to Prime Minister Narendra Modi regarding "Hindi language oriented events in non-Hindi speaking states could be avoided." BJP National Spokesperson CR Kesavan says, "While Prime Minister Narendra Modi regards our remarkable linguistic… pic.twitter.com/lECInffX3x
— ANI (@ANI) October 18, 2024
उल्लेखनीय है कि स्टालिन ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में चेन्नई दूरदर्शन के स्वर्ण जयंती समारोह के साथ हिंदी माह समापन समारोह मनाए जाने की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि देश में हिंदी से ज्यादा बोली जाने वाली और भी भाषाएं हैं, इसलिए हिंदी का पक्ष नहीं लिया जाना चाहिए. हर राज्यवासी को अपनी मातृभाषा से लगाव है. सभी को देश के साथ ही अपनी राज्य की संस्कृति और भाषा से प्यार है. ऐसे में हिंदी भाषा का इस तरह से लोगों के ऊपर थोपा जाना देश के गैर हिंदी भाषी लोगों के लिए विभाजनकारी प्रक्रिया है.
हिन्दुस्थान समाचार
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