देश की राजधानी दिल्ली के निवासी प्रदूषण का डबल अटैक झेलने को मजबूर है. दिल्ली शहर प्रदूषण के मामले में दोहरी मार झेल रहा है. वायु प्रदूषण के बाद अब दिल्ली में जल प्रदूषण भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. हवा में जहर घुलने से सांसों के आपातकाल जैसी स्थिति हैं तो वहीं अब दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली यमुना नदी भी प्रदूषण से करहा रही है. यमुना में कैमिकल से निर्मित सफेद झाग साफ देखे जा सकते हैं. छठ दहलीज पर है और उससे पहले प्रदूषण अपने पीक स्तर पर हैं. राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर अब सियासी रस्साकसी शुरू हो गई है. प्रदूषण पर हर साल की तरह इस साल भी आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है. दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी की सरकार राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के लिए पडोसी राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश को कटघरे में खड़ा कर रही है.
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और आप नेता सत्येंद्र जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोनों बीजेपी शासित राज्यों पर जमकर आरोप लगाए. सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के साथ जल प्रदूषण बढ़ रहा है. इसका कारण बीजेपी की गंदी राजनीति है. आतिशी ने कहा, वायु प्रदूषण का कारण पराली जलाना है. पंजाब में आप सरकार आने के बाद पराली जलाने के मामलों में 50 प्रतिशत कमी आई है. सीएम ने आरोप लगाया कि यूपी-हरियाणा की सरकारों ने पराली जलाने से रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए. आतिशी ने आनंद विहार आईएसबीटी का उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली में तो सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं. लेकिन दूसरे राज्यों से आने वाली डीजल की बसें राजधानी में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं. सीएम आतिशी ने यूपी और हरियाणा के सीमा में आने वाले ईंट का भट्टों को भी प्रदूषण बढ़ाने के लिए जिम्मेदार बताया.
#WATCH | Delhi Pollution | Delhi CM Atishi says, "… Not just air pollution, but pollution in Yamuna river is also increasing over the last few days… The main reason for the rise in Delhi's air and water pollution is BJP's cheap politics… The AAP government in Punjab has… pic.twitter.com/b42RunFenj
— ANI (@ANI) October 20, 2024
आतिशी ने यमुना में जल प्रदूषण के लिए भी बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया. सीएम ने कहा, हरियाणा और यूपी से इंडस्ट्रियल वेस्ट सीधा यमुना में जा रहा है. आतिशी ने कहा कि हरियाणा से 165 एमजीडी और उत्तर प्रदेश से 55 एमजीडी औद्योगिक कचरा यमुना में हर दिन छोड़ा जा रहा है, जिससे जल प्रदूषण बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है और इसके साथ ही उन्होंने कहा अगर बीजेपी इसके लिए सख्त कदम नहीं उठाएगी तो, जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.
सत्येंद्र जैन ने भी साधा निशाना
आप नेता सत्येंद्र जैन ने भी प्रदूषण के लिए पडोसी राज्यों की सरकारों पर ठींकरा फोड़ा. सत्येंद्र जैन ने कहा कि यमुना को साफ करने के लिए बड़े पैमाने पर हमने काम किया. लेकिन काम शुरू होते भी हमें गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी यमुना की सफाई होने देना नहीं चाहती. सत्येंद्र जैन ने कहा कि बादशाहपुर ड्रेन से हरियाणा से तकरीबन पौने 200 एमजीडी औद्योगिक वेस्ट पानी डाला जाता है. और जब हम आवाज उठाते हैं तो हमें गिरफ्तार कर लिया जाता हैं.
उन्होंने कहा बीजेपी के नेता फोटो खिंचवाने के लिए यमुना घाट पर जा रहे हैं. यमुना में झाग बनने के पीछे बीजेपी की गंदी राजनीति है. कालिंदी कुंज बैराज यूपी सरकार के अधीन आता है. उसके गेट बन कर रखे हैं. उन्होंने कहा कि बनारस में दिल्ली से ज्यादा प्रदूषण है. दिल्ली के सारे थर्मल पावर प्लांट बंद हैं लेकिन NCR में थर्मल पावर प्लांट चल रहे हैं, 3 हजार ईंट के भट्टे चल रहे हैं. जिसके कारण प्रदूषण इससे बढ़ रहा है.
बता दें इससे पहले मुख्मंत्री आतिशी और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आनंद विहार इलाके का दौरा कर स्थिति की जायजा लिया था. आनंद विहार एक्यूआई 445 पहुंच गया था जो गंभीर श्रेणी में आता है.
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