सुकमा: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ की जा रही लगातार कार्रवाई का असर दिख रहा है. शुक्रवार को सुकमा जिले में एक नक्सली दम्पति समेत 6 नक्सलियों ने पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. इन सभी पर कुल 24 लाख का इनाम घोषित था. इनमें नक्सल दम्पति पर 10 लाख, एक महिला, एक पुरुष नक्सली पर 5-5 लाख एवं दो पुरुष नक्सली पर 2-2 लाख का इनाम घोषित था. पूर्व में ये कई नक्सली वारदातों में शामिल थे. छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण करने का फैसला किया.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में महिला नक्सली कमला उर्फ बण्डी दूधी पिता स्व. दूधी कोसा (पति पवन उर्फ कमलू हेमला) (सिलगेर एलओएस कमाण्डर, एसीएम इनामी 5 लाख रुपये) 35 वर्ष निवासी पामलूर थाना किस्टाराम जिला सुकमा, पवन उर्फ कमलू हेमला पिता सुक्कू (दक्षिण सब जोनल ब्यूरो प्रेस टीम लेपटॉप आपरेटर (एसीएम) इनामी 5 लाख रुपये) 27 वर्ष निवासी सावनार मूकापारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, बण्डू उर्फ बण्डी सोड़ी पिता स्व. मंगड़ू (दक्षिण सब जोनल ब्यूरो समन्वय दलम, एसीएम इनामी 5 लाख रुपये) 27 वर्ष निवासी आमापेंटा थाना किस्टाराम जिला सुकमा, महिला माड़वी नागुल सुशीला पिता माड़वी बाबूराव (किस्टाराम एलओएस डिप्टी कमाण्डर, एसीएम इनामी 5 लाख रुपये) 26 वर्ष निवासी ग्राम बडेकेवाल थाना चितंगुफा जिला सुकमा, कुंजाम रोशन उर्फ महादेव पिता जोगा (प्लाटून नम्बर 04 का पार्टी सदस्य, ईनामी 2 लाख रुपये) 18 वर्ष, निवासी भण्डारपदर थाना भेज्जी जिला सुकमा एवं दशरू उर्फ कोटेश सोड़ी पिता लच्छा (पूर्व सीसीएम सुदर्शन उर्फ दूला दादा का गार्ड पामेड़ एरिया कमेटी पार्टी सदस्य इनामी 2 लाख) 28 वर्ष निवासी बुर्कलंका थाना किस्टराम जिला सुकमा शामिल हैं.
नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में डीआईजी सीआरपीएफ रेंज सुकमा आनंद सिंह राजपुरोहित, सीआरपीएफ रेंज कोंटा सूरजपाल सिंह वर्मा, सुकमा एसपी किरण चव्हाण, सीआरपीएफ 212 वाहिनी कमांडेंट दीपक कुमार श्रीवास्तव, सीआरपीएफ 219 वहिनी द्वितीय कमान अधिकारी कर्मवीर सिंह यादव, सुकमा एएसपी अभिषेक वर्मा, एएसपी नक्सल आप्स मनीष रात्रे, सीआरपीएफ सहायक 2 वाहिनी कमांडेंट राकेश कुमार ठाकुर के समक्ष आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण करने में सीआरपीएफ और जिला पुलिस, डीआरजी सुकमा टीम की महत्वपूर्ण भूमिका थी. आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किए गए.
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें- लद्दाख: डेमचोक और डेप्सांग में ‘जय श्री राम’ उद्घोष के साथ भारत-चीन के सैनिकों की वापसी शुरू
ये भी पढ़ें- अहमदाबाद क्राइम ब्रांच का बड़ा एक्शन, 50 से ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठिए हिरासत में लिए गए
कमेंट