नई दिल्ली: मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी और अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज को आईपीओ लाने के लिए हरी झंडी दे दी है. सेबी ने इन दोनों कंपनियों के नाम से ऑब्जर्वेशन लेटर भी जारी कर दिया है. इन कंपनियों को अब ऑब्जर्वेशन लेटर जारी होने के बाद 1 साल की अवधि में अपना आईपीओ लॉन्च करना होगा.
देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी की सब्सिडियरी कंपनी एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी ने 18 सितंबर को मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया था. कंपनी अपने पब्लिक इश्यू के माध्यम से 10,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. कंपनी की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी में बताया गया है कि पब्लिक इश्यू के जरिए सिर्फ फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे. इसमें ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए कोई बिक्री नहीं होगी. आईपीओ द्वारा जुटाए जाने वाले पैसे के 75 प्रतिशत हिस्से का इस्तेमाल कंपनी के पुराने कर्ज को चुकाने में किया जाएगा जबकि शेष राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा.
इसी तरह नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज ने 31 जुलाई को सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (डीआरएचपी) जमा कराया था. कंपनी ने अपने आईपीओ में नए इश्यू के जरिए 1,000 करोड़ रुपये और ऑफर फॉर सेल के जरिए 2,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया है. मुंबई की ये कंपनी एसेट अंडर मैनेजमेंट के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी एजुकेशनल फोकस्ड एनबीएफसी है. कंपनी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार इस आईपीओ के जरिए जुटाए जाने वाले पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपना कैपिटल बेस को बढ़ाने में करेगी.
हिन्दुस्थान समाचार
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