हिसार: घोड़ा श्रेणी के पशुओं के लिए खतरनाक माने जाने वाली ग्लैंडर्स बीमारी ने हरियाणा में दस्तक दे दी है. बीमारी की सूचना ने घोड़ा पालकों में जहां चिंता बढ़ा दी है वहीं विभागीय अधिकारी सतर्क हो गए हैं. हरियाणा के हिसार जिले में ग्लैंडर्स बीमारी से एक खच्चर पॉजिटिव मिलने पर पशुपालन विभाग ने अश्व प्रजाति के पशुओं में पाई जाने वाली जीवाणु जनित बीमारी ग्लैंडर्स को लेकर सतर्कता बढ़ा दी है.
केन्द्रीय पशुपालन एवं डेयरी विभाग के डीएएचडी मत्स्य मंत्रालय द्वारा जारी हिदायतों अनुसार जिला हिसार को अश्व प्रजाति के पशुओं में ग्लैंडर्स बीमारी से बचाव, नियंत्रण के लिए नियंत्रित क्षेत्र घोषित किया गया है तथा साथ ही घोड़े, गधे, खच्चर व अश्व प्रजाति के पशुओं की जिले से अन्य स्थान पर आवाजाही को पूर्ण प्रतिबंधित किया गया है.
हिसार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुभाष चंद्र जांगड़ा ने सोमवार को बताया कि अश्व जाति के पशुओं की दौड़, मेले, प्रदर्शनी, खेल आदि आयोजन तथा एकत्रित करने पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है.
उन्होंने बताया कि ग्लैंडर्स घोड़ों की प्रजातियों में एक जानलेवा संक्रामक रोग है. इसमें पशुओं की नाक से खून बहना, सांस लेने में तकलीफ, शरीर का सूख जाना, पूरे शरीर पर फोड़े आदि लक्षण हैं. यह बीमारी दूसरे पालतू पशुओं में भी पहुंच सकती है.
हिन्दुस्थान समाचार
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