ED Raid In Chhattisgarh And Jharkhand: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के सिलसिले में झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे, उत्पाद शुल्क विभाग के अधिकारी गजेंद्र सिंह और झारखंड शराब टेंडर से जुड़ी कई कंपनियों के 17 स्थानों पर छापेमारी की खबर है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट घोटाले से जुड़ी जगहों पर ईडी रेड की खबर है.
सितंबर में, छत्तीसगढ़ के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा (डब्ल्यूओडब्ल्यू) ने सात व्यक्तियों के एक सिंडिकेट के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें विनय कुमार चौबे भी शामिल थे, जो झारखंड में 2022 की उत्पाद शुल्क नीति लागू होने के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव थे. चौबे फिलहाल झारखंड में पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव हैं.
एफआईआर के मुताबिक, सिंडिकेट ने कथित तौर पर सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया, जिससे पड़ोसी राज्य में शराब नीति बदल गई. प्राथमिकी में आगे उल्लेख किया गया है कि चौबे और पूर्व उत्पाद शुल्क संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह के निर्देशन में झारखंड उत्पाद एवं निषेध विभाग के अधिकारियों ने निविदा नियमों में बदलाव किया. उनका उद्देश्य शराब आपूर्ति और प्लेसमेंट एजेंसियों के लिए ठेके हासिल करने में डेबर और उसके सिंडिकेट का पक्ष लेना था. शराब के थोक विक्रेता का लाइसेंस देने के लिए, उन्होंने आवेदकों के लिए लगातार दो वित्तीय वर्षों के लिए न्यूनतम 100 करोड़ रुपये का कारोबार करने की आवश्यकता जोड़ी.
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