India-China Relations: भारतीय सेना के सूत्रों ने पुष्टि की है कि पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक मैदानों में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच डिसइंगेजमेंट सफलतापूर्वक पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि इस सकारात्मक कदम को चिह्नित करने के लिए दोनों पक्ष 31 अक्टूबर को दिवाली पर मिठाइयों का आदान-प्रदान करेंगे.
रक्षा सूत्रों के अनुसार, जो ताजा एग्रीमेंट हुआ है वो अन्य जगहों के लिए नहीं सिर्फ डेमचोक और देपसांग के लिए मान्य होगा. ये समझौता अन्य टकराव वाले जो इलाके हैं, वहां लागू नहीं किया जाएगा. दोनों देशों के सैनिक अप्रैल 2020 से पहले की जिस स्थिति थे अब फिर से उसी स्थिति में वापस आ जाएंगे. इसके साथ ही सेना अप्रैल 2020 तक जिन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करती थी वहां फिर से पेट्रोलिंग शुरू हो जाएगी.
सैनिकों की वापसी की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन सहमति वाले गश्त प्रोटोकॉल को बनाए रखने और प्रबंधित करने के लिए स्थानीय स्तर की बातचीत नियमित रूप से जारी रहेगी. आपको ये भी बता दें कि, भारत और चीन के स्थानीय सैन्य कमांडरों ने आज (30 अक्टूबर) देपसांग और डेमचोक में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मुलाकात की , ताकि पीछे हटने के प्रयासों को अंतिम रूप दिया जा सके. उम्मीद थी कि बैठक में देपसांग और डेमचोक से अस्थायी संरचनाओं और वाहनों को हटाने की पुष्टि की जाएगी.
वर्ष 2020 में भारत और चीन की सेनायें आमने-सामने आ गई थीं. दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई झड़प में दोनों ओर से सैनिकों की मौत भी हुई थी. इसके बाद से भारत-चीन के संबंधों में खटास आई थी. बाद में विदेश मंत्रालय और सैन्य स्तर पर इस तनातनी को खत्म करने को लेकर वार्ताएं शुरू हुईं.
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