UP Bypolls 2024: उत्तर प्रदेश में विधानसभा की रिक्त सीटों पर हो रहे उपचुनाव में वैसे तो हर सीट पर भाजपा सक्रिय है, लेकिन कानपुर की सीसामऊ सीट पर पार्टी बेहद सक्रिय है. इस मुस्लिम बाहुल्य सीट को पार्टी हर हाल में जीतना चाहती है और अब सपा के मजबूत मुस्लिम मतदाताओं में सेंध लगाने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर एक नवंबर को मुस्लिम समाज का सम्मेलन भी आयोजित होना है.
सीसामऊ विधानसभा सीट से सपा विधायक रहे इरफान सोलंकी की सदस्यता खत्म होने के बाद उपचुनाव हो रहा है. इस सीट पर मुख्य मुकाबला सपा और भाजपा का ही है. सपा ने जहां इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने एक बार फिर सुरेश अवस्थी पर भरोसा जताया है. हालांकि उपचुनाव में कुल छह उम्मीदवार हैं, लेकिन असली लड़ाई सपा और भाजपा के बीच है.
सपा को जहां भरोसा है कि इरफान की सहानुभूति से मतदाता एकजुट होकर पार्टी के पक्ष में मतदान करेगा तो वहीं भाजपा ने हिन्दू मतदाताओं में जबरदस्त पकड़ बना रखी है. इसे लेकर महीनों से तैयारी की जा रही थी और पार्टी को सफलता भी मिलती दिख रही है. अब भाजपा ने रणनीति के तहत मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए तैयारी कर ली है. इसको लेकर जिम्मेदारों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है और एक नवंबर को चमनगंज में पार्टी मुस्लिम सम्मेलन भी करेगी. पार्टी का मानना है कि अगर चार से छह हजार ही मुस्लिम मतदाता जुड़ गया तो सपा की हार सुनिश्चित है.
सलीम अहमद को दी गई जिम्मेदारी
मुस्लिमों के बीच पार्टी को मजबूत करने के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सलीम अहमद को जिम्मेदारी सौंपी गई है. सलीम ने बुधवार को बताया कि सीसामऊ विधानसभा सीट पर 96 बूथ मुस्लिम बाहुल्य हैं. इनमें 80 बूथों पर कमेटियों का गठन किया जा चुका है और मतदाताओं के बीच मोदी और योगी सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है.
उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यकों को केन्द्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार पर भरोसा है, क्योंकि योजनाओं का लाभ पारदर्शी तरीके से मिल रहा है. मुस्लिम मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने के लिए एक नवंबर को चमनगंज में मुस्लिम समाज का सम्मेलन आयोजित होगा. इस सम्मेलन में प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री और सीसामऊ प्रभारी सुरेश खन्ना, एमएलसी मानवेन्द्र सिंह और उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दानिश आजाद शिरकत करेंगे.
हिन्दुस्थान समाचार
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