पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्तापलट के समय और उसके बाद वहां रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय पर हिंसा और अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. कई लोगों की इस हिंसा में जान भी चली गई. बांग्लादेश में लगातार हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. अब संयुक्त राष्ट्र ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है. वहीं यूएन ने हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम को बांग्लादेश भेज दिया है. यह टीम बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के लोगों की हत्याओं और अत्याचारों की विस्तृत जांच करेगी.
यूएन के मानवाधिकार आयुक्त वोल्कर तुर्क ने बांग्लादेश में मारे गए अल्पसंख्यकों की जांच और सुरक्षा की अपील की है. उन्होंने कहा कि हमें एक समावेशी दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है जहां हर व्यक्ति की आवाज सुनी जा सकें. चाहें वह किसी भी वर्ग, जाति, धर्म से जुड़ा हुआ हो.
भारत ने अपनाया कड़ा रूख
बांग्लादेश में जबसे शेख हसीना ने देश छोड़ा है उसके बाद से अल्पसंख्क हिंदूओं पर हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ी है. अभी मोहम्मद युनूस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार शांति व्यवस्था स्थापित करने का प्रयास कर रही है. लेकिन परिस्थिति अभी भी जटिल बनी हुई है. भारत ने भी बांग्लादेश में हिन्दुओं पर बढ़ रहे अत्याचारों के पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय कई बार बांग्लादेश से कार्रवाई करने के लिए कह चुका है. खुद पीएम मोदी ने हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनूस से बात की थी.
हिन्दू समुदाय पर अत्याचार
बांग्लादेश में कट्टरपंथी संगठनों ने हिंदू समुदाय को लूटने के बाद अब उन्हें बदनाम करने का नया पैंतरा अपनाया है. इन कट्टरपंथी संगठनों ने लव ट्रैप अभियान शुरू किया है. जिसके तहत आरोप लगाया जा रहा है कि हिंदू समुदाय के पुरूष मुस्लिम महिलाओं को बहला फुसलाकर उनका कन्वर्जन करा रहे हैं. अब हिन्दू समुदाय के पुरूषों को धमकियां भी दी जा रही हैं. विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में कई हिंदू प्रोफेसरों और शिक्षकों को जबरन नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. हिंदू समुदाय में डर का माहौल बन गया है.
UN के हस्तक्षेप के बाद हो सकती है कार्रवाई
बता दें संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कमिश्नर वोल्कर तुर्क ने बांग्लादेश की यात्रा की और वहां के अस्पतालों का निरीक्षण किया था. उन्होंने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्यचारों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता जताई है. अब फैक्ट फाइंडिंग टीम वहा जांच के लिए गई है. रिपोर्ट आने के बाद हिंदू पर अत्याचार करने वाले लोगों और संगठनों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
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