Chhath Puja 2024: छठ पूजा बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में मनाया जाना वाला हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस दिन भक्त छठी मईया और भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना और कठिन व्रत का पालन करते हैं. ये त्योहार चार दिनों तक चलता है. छठ साल दो बार मनाई जाती है. पहली बार चैत्र और दूसरी बार कार्तिक महीनें में छठ का त्योहार मनाया जाता है.
इस बार ये महापर्व 5 नवंबर को नहाय-खाय से शुरू होगा. वहीं, इसका समापन 8 नवंबर-उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा. आइए इस त्योहार से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें आपको बताते हैं. छठ पूजा के त्योहार के माध्यम से सूर्य देव को धन्यवाद दिया जाता है और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की जाती है. इस दौरान सूर्य देव की बहन छठी मईया की भी पूजा होती है. इस त्योहार को लेकर कई पौराणिक कथाएं भी प्रचिलित हैं.
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण के पुत्र साम्ब को कुष्ट रोग हो गया था. इसके चलते श्री कृष्ण ने अपने पुत्र को सलाह दी कि वो भगवान सूर्य की अराधाना करे. इसके बाद साम्ब ने पूरे विधि-विधान से साम्ब की पूजा की. ऐसा करने से वो कुष्ट रोग से मुक्त हो गए. इसके बाद उन्होंने भगवान सूर्य के 12 मंदिर बनवाए. इनमें सबसे प्रसिद्ध ओडिशा का कोणार्क सूर्य मंदिर है. इसके अलावा, एक मंदिर बिहार के औरंगाबाद में है.
इस मंदिर को लोग देवार्क सूर्य मंदिर के नाम से जानते हैं. ऐसी भी मान्यता है कि चिरककाल में देवताओं और राक्षसों के बीच जब युद्ध हुआ तो इसमें देवता हार गए. उस समय देवताओं की माता अदिति ने इसी स्थान पर (देवार्क सूर्य मंदिर) पर कठिन तप संतान पाने के लिए किया. माता अदिति के तप से खुश होकर छठी मईया ने उन्हें ये वरदान दिया कि वो एक तेजस्वी पुत्र पा सकेंगी. कलांतर में छठी मईया के आशीर्वाद से आदित्य भगवान ने अवतार लिया.
आदित्य भगवान ने युद्ध में देवताओं का प्रतिनिधित्व किया और असुरों पर विजय प्राप्त की. तभी से पुत्र प्राप्ति, संतान और परिवार की सुरक्षा हेतु छठ पूजा की जाती है.
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