केंद्रीय सतर्कता आयोग ने नौ साल से अधिक समय तक दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल के फ्लैगस्टाफ रोड बंगले के पुनर्निर्माण में कथित अनियमितताओं पर सीपीडब्ल्यूडी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है. भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) में शिकायत दर्ज कर सिविल लाइंस में 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित केजरीवाल के पुराने आवास पर “अवैध निर्माण” की जांच की मांग की थी.
भाजपा नेता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 40,000 वर्ग गज क्षेत्र में सभी भवन नियमों का उल्लंघन करते हुए बंगले का पुनर्निर्माण किया गया. गुप्ता ने अपनी शिकायत में दावा किया कि, निर्माण में ग्राउंड कवरेज और फ्लोर एरिया अनुपात (एफएआर) के लिए अनुमोदित सीमाओं की अनदेखी की गई और सक्षम प्राधिकारी से लेआउट योजना के लिए कोई मंजूरी नहीं ली गई थी.
बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया. साथ ही इसे ‘शीशमहल’ की संज्ञा देते हुए जांच की मांग की गई है. गुप्ता के अनुसार, निर्माण में ग्राउंड कवरेज और फ्लोर एरिया अनुपात (एफएआर) के लिए अनुमोदित सीमाओं की अनदेखी की गई और सक्षम प्राधिकारी से लेआउट योजना के लिए कोई मंजूरी नहीं ली गई थी.
उन्होंने इस मामले में केजरीवाल की जवाबदेही की मांग करते हुए कहा कि सीवीसी ने केंद्रीय लोक निर्माण विकास (सीपीडब्ल्यूडी) को तथ्यात्मक रिपोर्ट देने का आदेश दिया है, जिसके बाद सक्षम प्राधिकारी द्वारा कार्रवाई की जाएगी. इस पर आम आदमी पार्टी ने अपने राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बचाव किया. साथ ही बीजेपी पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया.
ये भी पढ़ें: दिल्ली में यमुना नदी के तट पर नहीं हो सकेगी छठ पूजा, हाई कोर्ट का इजाजत देने से इनकार
कमेंट