नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कथित मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों को लेकर अमेज़न और फ्लिपकार्ट सहित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़े देश भर के कई विक्रेताओं के यहां छापे मारे. केंद्रीय एजेंसी ने इन विक्रेताओं से संबंधित कम से कम 15 से 16 ठिकानों पर छापेमारी की है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) जांच के तहत अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनियों पर कारोबार करने वाले कुछ विक्रेताओं के खिलाफ छापेमारी की. सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई कुछ “पसंदीदा” विक्रेताओं के वित्तीय लेन-देन से संबंधित है, जो अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यापार करते हैं.
फेमा के तहत की जा रही इस जांच के संबंध में दिल्ली, गुरुग्राम (हरियाणा), हैदराबाद (तेलंगाना) और बेंगलुरु (कर्नाटक) में कई स्थानों पर तलाशी ली गई. दरअसल, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की एंटीट्रस्ट जांच में पाया गया है कि अमेजन और फ्लिपकार्ट ने चुनिंदा विक्रेताओं को तरजीह देकर, कुछ लिस्टिंग को प्राथमिकता देकर और उत्पादों पर भारी छूट देकर स्थानीय प्रतिस्पर्धा कानूनों का उल्लंघन किया, जिससे अन्य कंपनियों को नुकसान हुआ.
ईडी अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के संभावित दुरुपयोग की जांच कर रहा है, जो अवैध वित्तीय प्रथाओं में शामिल हो सकते हैं. अवैध वित्तीय गतिविधियों में भी लिप्त होने की सबसे अधिक संभावना है.
हिन्दुस्थान समाचार
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