नई दिल्ली: आज विश्व मधुमेह दिवस है. इस दिन मधुमेह के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाता है. गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस बीमारी की रोकथाम, शीघ्र पता लगाने और प्रभावी प्रबंधन पर जोर दिया. उन्होंने एक्स पर साझा किए अपने संदेश में कहा कि इस दिन हर साल एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती के रूप में मधुमेह के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्य करते हैं, जो रोकथाम, शीघ्र पता लगाने और प्रभावी प्रबंधन में मजबूत प्रयासों की आवश्यकता को रेखांकित करता है.
कैसे हो बचाव?
उन्होंने कहा कि मधुमेह को रोका जा सकता है और संतुलित आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि और लगातार स्वास्थ्य जांच से इसे अच्छी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है. स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए कदम उठाने से न केवल मधुमेह से बचाव होता है बल्कि समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार होता है.
क्या है इसका इतिहास?
14 नवम्बर को चाटर्रा, बेन्टिंग का जन्मदिन है जिन्होंने कानाडा के टोरन्टो शहर में बेन्ट के साथ मिलकर सन 1921 में इन्सुलिन की खोज की थी. इतिहास की इस महान खोज को अक्षुण्ण रखने के लिए इन्टरनेशनल डायबिटीज फेडेरेशन (आईडीएफ) द्वारा 14 नवम्बर को पिछले दो दशकों से विश्व डायबिटीज दिवस हर साल मनाया जाता है. इसके लिए हर साल नई और खास थीम भी दी जाती है. इस बार की थीम बाधाओं को तोड़ना और रिक्त स्थानों को भरना (“Breaking Barriers, Bridging Gaps,”) है.
हिन्दुस्थान समाचार
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