संयुक्त राज्य अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने यहां बुधवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के बाद अहम घोषणा की. उन्होंने पूर्व कांग्रेस सदस्य और लेफ्टिनेंट कर्नल तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में नामित किया.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार राष्ट्रपति जो बाइडन से भेंट के बाद वाशिंगटन से फ्लोरिडा की वापसी के समय ट्रंप ने यह घोषणा की.उन्होंने लेफ्टिनेंट कर्नल तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक रूप में नियुक्त करने का ऐलान किया. पूर्व डेमोक्रेट और अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू सदस्य तुलसी गबार्ड अब राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में काम करेंगी. वह चार बार कांग्रेस सदस्य रहीं. 2020 में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार और बेस्ट सेलिंग लेखिका हैं. गबार्ड मध्य पूर्व और अफ्रीका के युद्ध क्षेत्रों में तीन बार तैनात रहीं. वह अनुभवी सैनिक हैं.
हाल ही में गबार्ड डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़कर रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हुई थईं. उन्होंने 21 साल की उम्र में हवाई राज्य प्रतिनिधि सभा में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. 9/11 के हमलों के बाद वो अमेरिकी सेना में भर्ती होकर इराक में तैनात रहीं. गबार्ड ने साल 2020 में डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी थी और अब उन्हें ट्रंप समर्थक माना जाता है. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार तुलसी गबार्ड की नियुक्ति की खबर सबसे पहले रोजर स्टोन ने अपने एक्स अकाउंट पर साझा की.
स्टोन लंबे समय से ट्रंप के मित्र और सलाहकार हैं. सीआईए का नेतृत्व करने के लिए ट्रंप की पसंद जॉन रैटक्लिफ के साथ तुलसी व्हाइट हाउस की शीर्ष खुफिया सलाहकार होंगी. वह 18 जासूसी एजेंसियों की देखरेख करेंगी और राष्ट्रपति की डेली ब्रीफ (खुफिया सारांश) तैयार करने के लिए जिम्मेदार होंगी. ये भी बता दें कि तुलसी अब अमेरिका की सभी इंटर्नल एजेंसियों की हेड हैं. सबसे खास बात ये कि वह हमेशा अपने साथ भगवद गीता रखती हैं.उनका एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह ‘हरे कृष्णा, हरे राम’ गाती नजर आ रही हैं.
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