नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को कहा कि भारत अगले पांच वर्षों में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है. उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि और इसके सतत ऊर्जा भविष्य को आगे बढ़ाने में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (पीएसई) की उल्लेखनीय भूमिका है.
मंत्री पुरी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के नई दिल्ली में आयोजित 12वें सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (पीएसई) शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही. उन्होंने कहा कि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल उपभोक्ता और आयातक देश भारत उम्मीद कर रहा है कि अमेरिका और कनाडा जैसे पश्चिमी देशों में कच्चे तेल का ज्यादा उत्पादन होने से बाजार में शांति होगी और कीमतों में स्थिरता आएगी. पुरी ने कहा कि पश्चिमी गोलार्ध के देश अधिक उत्पादन कर रहे हैं, जिससे पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ‘ओपेक’ को भी उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रभावित किया जा सकता है. इससे वे अधिक कमाई कर सकेंगे. पश्चिमी गोलार्ध के देश अधिक उत्पादन कर रहे हैं, जिससे पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ‘ओपेक’ को भी उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रभावित किया जा सकता है. इससे वे अधिक कमाई कर सकेंगे.
पेट्रोलियम मंत्री ने संबोधन के दौरान भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के उल्लेखनीय प्रदर्शन को दर्शाने वाले कई प्रमुख आंकड़े साझा किए. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की कुल संपत्ति में 82 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो वित्त वर्ष 2014 में 9.5 ट्रिलियन रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 17.33 ट्रिलियन रुपये हो गई है. पुरी ने कहा कि उत्पाद शुल्क, करों और लाभांश के जरिए राष्ट्रीय खजाने में सीपीएसई का योगदान दोगुना से अधिक हो गया है, जो वित्त वर्ष 2014 में 2.20 लाख करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 4.58 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: देश का निर्यात अक्टूबर में 17.25 फीसदी बढ़कर 39.2 अरब डॉलर पहुंचा, व्यापार घाटे में आई कमी
कमेंट