रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अपने चीनी समकक्ष से वार्ता में भारत-चीन के बीच सीमा पर सैनिकों की अग्रिम तैनाती को खत्म किए जाने के बाद अब आपसी तनाव को भी कम करने पर जोर दिया. उन्होंने आशा व्यक्त की कि दोनों पक्षों के बीच जरूरी विश्वास और समझ बनेगी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज 11वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस के मौके पर वियनतियाने, लाओस में चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जुन से मुलाकात की. इस दौरान दोनों पक्ष आपसी विश्वास और समझ के पुनर्निर्माण के लिए एक रोडमैप की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमत हुए.
रक्षा मंत्रालय के अनुसार राजनाथ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि दुनिया के दो सबसे बड़े देशों भारत और चीन के बीच सौहार्द्रपूर्ण संबंधों से वैश्विक शांति और समृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. यह मानते हुए कि दोनों देश पड़ोसी हैं और रहेंगे, उन्होंने उल्लेख किया कि “हमें संघर्ष के बजाय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है.”
राजनाथ सिंह ने 2020 की दुर्भाग्यपूर्ण सीमा झड़पों से सीखे गए सबक पर विचार करने, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उपाय करने और भारत-चीन सीमा पर शांति की रक्षा करने का आह्वान किया.
इससे पहले दिन में रक्षा मंत्री तीन दिवसीय यात्रा पर वियनतियाने पहुंचे. वह 21 नवंबर को 11वें एडीएमएम-प्लस में भाग लेंगे और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर मंच को संबोधित करेंगे.
हिदुस्थान समाचार
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