इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने आज इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. इजरायल के दोनों नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने जंग और मानवता के खिलाफ अपराध किया है. जो आरोप इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट की ओर से दोनों नेताओं पर लगाए गए हैं उसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कामों की बात कही गई है.
इजरायल पर आरोप ये भी लगा कि उसने गाजा में लोगों के लिए खाने पीने और चिकित्सा मदद जैसे जरूरी आपूर्ती को प्रतिंबंधित कर दिया है. इससे बच्चों की मौत हुई है और कई लोगों को संकट का सामना करना पड़ा है. अदालत ने कहा कि उसे यह मानने का उचित आधार मिला कि आरोपियों ने जानबूझकर नागरिकों को निशाना बनाया और चिकित्सा आपूर्ति सीमित कर दी, जिससे लोग भारी पीड़ा से गुजरे .
अदालत ने कहा कि हमारा आकलन है कि यह मानने के उचित आधार हैं कि गाजा में नागरिक आबादी के खिलाफ जो हमले किए गए, उसको निर्देशित करने और युद्ध अपराध के लिए नेतन्याहू और गैलेंट जिम्मेदार हैं. वहीं इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग की गिरफ्तारी वारंट पर प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के इस फैसले से जस्टिस हंसी का पात्र बन गया है. ये फैसला जस्टिस के लिए लड़ने वालों के बलिदान का मजाक उड़ाता है.
उन्होंने कहा कि हमास ने 101 इजरायलों बंधकों को कैद कर रखा है. ये फैसला उन बंधकों की दूर्दशा को नजरअंदाज करता है. हमास जो निंदनीय रूप से अपने ही लोगों को ढाल के रूप में उपयोग करता है, ये फैसला उसे भी नजरअंदाज कर देता है. इजरायल पर हुए बर्बरतापूर्ण हमले और उसके द्वारा अपने लोगों की रक्षा के कर्तव्य और अधिकार के बुनियादी तथ्य को भी ये फैसला नजरअंदाज कर देता है.
ये भी पढ़ें: MP News: पं. धीरेन्द्र शास्त्री की सनातन जागरण के लिए पदयात्रा शुरू, मप्र के मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं
कमेंट