Share Market News:अक्टूबर के महीने से लेकर अभी तक घरेलू शेयर बाजार लगातार गिरावट का शिकार हो रहा है. विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली और सितंबर में खत्म हुई तिमाही में ज्यादातर कंपनियों के कमजोर नतीजों की वजह से घरेलू शेयर बाजार पर लगातार दबाव बढ़ता गया है. लेकिन अब महाराष्ट्र के चुनाव के बाद इस बात की संभावना बन रही है कि शेयर बाजार के सेंटीमेंट में सुधार हो सकता है. हालांकि अलग-अलग विशेषज्ञों की इस बारे में अलग-अलग राय है.
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का मानना है कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार की जीत ने राज्य सरकार के विकास के एजेंडे पर मोहर लगा दी है. इस वजह से उम्मीद करनी चाहिए कि राज्य में विकास की गाड़ी टॉप गियर पर चलती रहेगी. सबसे बड़ी बात तो ये है कि महायुति की जीत से निवेशकों का बीजेपी सरकार के प्रति भरोसा बढ़ेगा, जिसकी वजह बाजार पर बने दबाव में कमी आ सकती है.
धामी का कहना है कि लगातार गिर रहे बाजार को एक ट्रिगर की जरूरत थी और ये ट्रिगर महाराष्ट्र में महायुति की जीत भी हो सकती है. अगर अभी घरेलू संस्थागत निवेशकों ने आक्रामक अंदाज में खरीदारी की, तो विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली के बावजूद घरेलू शेयर बाजार में तेजी का रुख बन सकता है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि शुक्रवार को ही घरेलू शेयर बाजार 2 प्रतिशत से अधिक की मजबूती के साथ बंद हुआ है. अब महाराष्ट्र में महायुति की जीत से बाजार की मजबूती का ये सिलसिला आगे बढ़ सकता है. उम्मीद इस बात की भी है कि महायुति की जीत के कारण विदेशी निवेशकों की भी घरेलू शेयर बाजार में वापसी हो सकती है. ऐसी स्थिति में शेयर बाजार एक बार फिर रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है.
इसी तरह मित्तल एसोसिएट्स के सीईओ रविकांत मित्तल का कहना है कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत से स्टॉक मार्केट में रिवर्सल की स्थिति बन सकती है. महायुति की जीत की उम्मीद की वजह से ही शुक्रवार को शेयर बाजार में जोरदार तेजी आई थी. सेंसेक्स 1961 अंक और निफ्टी 557 अंक से अधिक उछल कर बंद हुए थे. ये स्थिति भी तब थी, जब बाजार को महाराष्ट्र में महायुति की जीत की उम्मीद थी. लेकिन अब चुनाव परिणाम आने के बाद ये उम्मीद सच साबित हो गई है. इस वजह से सोमवार के कारोबार में घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी दिख सकती है. कल शॉर्ट कवरिंग में निफ्टी 1,000 अंक तक की दौड़ लगा सकता है.
पवनेजा सिक्योरिटीज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ रोहित पवनेजा का भी मानना है कि महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे उम्मीद से काफी बेहतर रहे हैं. इस नतीजे की वजह से मार्केट सेंटीमेंट में सुधार होगा. रोहित पवनेजा का कहना है कि अब सरकार को खर्च पर गौर करना चाहिए, क्योंकि मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट अभी भी एक्सपेंसिव बने हुए हैं. हालांकि लार्जकैप के चुनिंदा शेयरों में लगातार निवेश का मौका बना हुआ है. चुनाव नतीजे की वजह से विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली में भी कमी आने की उम्मीद है. कुछ सेक्टर्स में विदेशी निवेशक पैसा डालना शुरू भी शुरू कर सकते हैं. यानी कुछ सेक्टर्स में विदेशी निवेश में तेजी आ सकती है, जिससे अंततः मार्केट सेंटीमेंट में ही सुधार होगा.
दूसरी ओर, एमएसपीएल सिक्योरिटीज एंड कमोडिटीज सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट पवन बग्गा का कहना है कि चुनाव नतीजे से मार्केट सेंटीमेंट में तत्काल सुधार होने की संभावना जरूर है, लेकिन अर्निंग ग्रोथ और हाई वेल्यूएशन की चिंता अभी भी बनी हुई है. ऐसे में निवेशकों को बाजार में अभी भी सतर्क होकर कारोबार करना चाहिए. बाजार की स्थिति को देखते हुए इस बात का दवा नहीं किया जा सकता है कि शुक्रवार को बाजार में आया रिवर्सल आगे भी लंबे समय तक कायम रहेगा. महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की जीत के आधार पर इस बात का भी दवा नहीं किया जा सकता है कि सेंटीमेंट्स में इतना सुधार हो जाएगा कि शॉर्ट टर्म में ही स्टॉक मार्केट एक बार फिर ऑल टाइम हाई लेवल को टच कर लेगा. हाई वैल्यूएशन की वजह से आने वाले दिनों में कभी भी मार्केट में एक बार फिर बड़ा करेक्शन हो सकता है.
हिन्दुस्थान समाचार
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