Ram Barat: गाजे-बाजे के साथ रामसेवक पुरम से जनकपुर के लिए श्री राम बारात ने मंगलवार को प्रस्थान किया. बारात में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए सैकड़ों की संख्या में बाराती शामिल हैं. बारात में भगवान श्री सीताराम के स्वरूप श्रीराम और माता सीता की प्रतिमा के साथ 51 तीर्थ स्थलों का पवित्र जल भी जनकपुर जा रहा है.
बारात की अगुवाई श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव एवं विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय कर रहे हैं, जो भगवान राम के पिता दशरथ की भूमिका में हैं. भगवान श्री राम के विवाह में कलयुग में त्रेता का नजारा देखने को मिल रहा है. बारातियों के उत्साह से लग रहा है कि कलयुग में भी इस तरह की बारात कभी नहीं निकाली होगी.
भागड़ा, ढोल की धुन पर जगह-जगह लोग नाचते हुए झूम रहे हैं और सीताराम विवाह के गीत,भजन गा रहे हैं. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री व श्रीराम बरात के संयोजक राजेंद्र सिंह ‘पंकज’ ने बताया कि श्रीराम विवाह में साधुओं और श्रद्धालुओं की सहभागिता है. आज रामसेवकपुरम परिसर से बरात ने जनकपुर के लिए प्रस्थान किया है. बारात बक्सर, पटना, कांटी, सीतामढ़ी पुनौरा धाम, आदि स्थानों पर विश्राम लेते हुए 3 दिसंबर को बारात जनकपुर पहुंचेगी.
उन्होंने बताया कि 4 दिसंबर को समधी मिलन, 5 दिसंबर को मटकोर और 6 दिसंबर को राम जानकी मंदिर 12 छत बीघा मैदान में विवाह समारोह का आयोजन होगा. विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पत राय के संरक्षण में यह आयोजन हो रहा है. इस आयोजन में प्रमुख रूप से नरेंद्र बिंदल, रघुनाथ शाह, राम प्रकाश मिश्र, रमेश मिश्र व राजकिशोर सिंह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं.
हिंदुस्थान समाचार
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