Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदू धर्मगुरु और ISKCON के प्रमुख पुजारी चिन्मय दास की बीते कल ढाका के हजरत शाहजलाल एयरपोर्ट से गिरफ्तारी की गई थी. इसके बाद उनकी कोर्ट में पेशी की गई थी. कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
जब पुलिस उन्हें वैन में बैठाकर जेल लेकर जा रही थी, उस समय चिन्मय दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम किसी राजनीतिक पार्टी या सरकार का विरोध नहीं कर रहे हैं. ISKCON के प्रमुख पुजारी चिन्मय दास ने कहा कि हमारा सभी राजनीतिक पार्टियों से आग्रह है कि हमारी जो वास्तविक मांगें हैं वो उनका सपोर्ट करें. हम सभी समूहों के लोगों से शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की आशा करते हैं. हम बांग्लादेश से प्यार करते हैं और चाहते हैं कि ये एकत्र रहे, ताकि सभी देशों के लोग यहां के विकास और प्रगति में अपना योगदान दे सकें.
उधर, चिन्मय दास के सपोर्टर उनकी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कोर्ट परिसर में एकत्र हो गए. इस दौरान पुलिस ने उनके समर्थकों पर लाठियां चलाईं. दरअसल, चटगांव कोर्ट में हिंदू समुदाय के लोगों की ओर से चिन्मय दास को रिहा करने के लिए के लिए प्रदर्शन किया जा रहा था. इसी दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के मकसद से पुलिस ने लाठियां चला दीं. जानकारी के अनुसार इस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए हैं.
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