उद्धव ठाकरे गुट ने भारत के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ पर आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की जो हार हुई, उसके जिम्मेदार डीवाई चंद्रचूड़ हैं. इन आरोपों पर भारत के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जवाब दिया है. भारत के पूर्व चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि क्या अब एक दल की ओर से तय किया जाएगा कि सुप्रीम कोर्ट को किन मामलों को सुनना चाहिए.
डीवाई चंद्रचूड़ ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे गुट की ओर से लगाए गए आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मेरा जवाब बहुत सरल है. इस साल सुप्रीम कोर्ट में मौलिक संवैधानिक मामलों, नौ-न्यायाधीशों की पीठ के फैसलों, सात-न्यायाधीशों की पीठ के फैसलों, पांच-न्यायाधीशों की पीठ के फैसलों पर सुनवाई चल रही थी. अब क्या कोई दल या किसी एक व्यक्ति की ओर से तय किया जाएगा कि सुप्रीम कोर्ट किन मामलों को किन मामलों को सुनना चाहिए.
उन्होंने कहा कि माफ करें, यह विकल्प मुख्य न्यायाधीश के पास है. बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने डीवाई चंद्रचूड़ पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पूर्व चीफ जस्टिस ने उन याचिकाओं पर फैसला नहीं लिया, जो विधायकों की अयोग्यता से संबंधित थीं. फैसला न लेकर नेताओं में कानून के डर को खत्म कर दिया गया. इससे दल-बदल वाले दरवाजे बंद नहीं हुए और विधाससभा चुनाव में एमवीए गठबंधन हार गया.
राउत की ओर ये भी कहा कि इतिहास डीवाई चंद्रचूड़ को भी माफ नहीं करेगा. बता दें कि उद्धव ठाकमं रे ने उन विधायकों अयोग्य ठहराने के लिए याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी, जो एकनाथ शिंदे के साथ पार्टी से अलग हुए थे. शिंदे गुट की ओर से भी याचिका दायर की गई.
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से इन याचिकाओं पर फैसला के लिए कहा. इस साल जनवरी में विधानसभा अध्यक्ष ने ऐलान कर दिया कि शिंदे गुट को “असली” शिवसेना है.
कमेंट