महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद महायुती में मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक सस्पेंस बरकरार है. महायुती के तीनों दल सीएम पर मंथन कर रहे हैं. इन सबके बीच एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने आपको सीएम की रेस से बाहर बताया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह जो निर्णय करेंगे वो उन्हें मंजूर होगा. बीजेपी और एनसीपी ने शिंदे की सराहना की है. शिंदे के इस बयान के बाद बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आया है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे के बयान ने कुछ लोगों की आशंकाओं को दूर कर दिया है. फडणवीस ने कहा कि महायुती के सहयोगी दल मिल-बैठकर जल्द ही सीएम का निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा, महायुती के घटक दलों का कभी भी एक-दूसरे से अलग मत नहीं रहा है. चुनाव से पहले भी सभी ने मिलकर निर्णय लेने की बात कही थी और अभी भी सब मिलकर निर्णय लेंगे. उन्होंने बताया गठबंधन में सभी एकजुट है किसी का किसी से कोई मतभेद नहीं है. देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि पहले मुख्यमंत्री का चयन होगा. उसके बाद ही तय होगा कि किसे मंत्री पद दिया जाएगा.
बता दें कल महायुती के तीनों घटक दल के नेता राजधानी दिल्ली में बीजेपी हाईकमान से मुलाकात करेंगे. जिसके बाद ही मुख्यमंत्रई पद पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी. एकनाथ शिंदे का सीएम पद की रेस से बाहर होने की खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में यह तय माना जा रह है कि महाराष्ट्र का अगला सीएम बीजेपी का होगा. चर्चा यह भी है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंप सकता है.
महाराष्ट्र की सियासत में देवेंद्र फडणवीस
बता दें देवेंद्र फडणवीस साल 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वह महाराष्ट्र के दूसरे ऐसे मुख्यमंत्री थे जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया था. 2019 के विधानसभा चुनाव में भी एनडीए को बहुमत मिला था लेकिन उद्धव ठाकरे से मतभेद के बाद बीजेपी ने अजीत पवार के सहयोग से सरकार बनाई. लेकिन अजित पवार के साथ प्रयोग असफल रहा और फडणवीस दूसरी बार महज 4 दिन ही मुख्यमंत्री रह पाए. ढाई साल तक महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार चली. देवेंद्र फडवीस विपक्ष के नेता रहे. लेकिन एकनाथ शिंदे के शिवसेना से अलग होने और अजीत पवार के एनसीपी से अलग होने के बाद महाराष्ट्र में महायुती की सरकार बनी और बीजेपी ने एक स्टेप पीछे हटते हुए एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया. जबकि देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम और अजीत पवार भी डिप्टी सीएम बनाए गए. अब 2024 में बीजेपी 132 सीटों के साथ सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है तक देवेंद्र फडणवीस के कंधो पर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.
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