नई दिल्ली: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक बयान में इस्कॉन से जुड़े धर्माचार्य चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण बताया है और धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर चिंता जताई है. उन्होंने बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार से तुरंत चिन्मय कृष्ण की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कहा है.
अवामी लीग पार्टी के आधिकारिक अकाउंट से जारी बयान में शेख हसीना ने कहा कि सनातन धार्मिक समुदाय के एक शीर्ष नेता को अन्यायपूर्वक गिरफ्तार किया गया है. उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए. चटगांव में एक मंदिर जला दिया गया है. अहमदिया समुदाय की मस्जिदों, धर्मस्थलों, चर्चों, मठों और घरों पर हमले किए गए हैं. सभी समुदायों के लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता और जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.
Sheikh Hasina calls for 'immediate release' of priest Chinmoy Krishna Das
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— ANI Digital (@ani_digital) November 28, 2024
बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद बनी सरकार को पूरी तरह से विफल करार देते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए. वर्तमान में सत्ता हथियाने वाले हर क्षेत्र में विफल साबित हो रहे हैं. दैनिक आवश्यकताओं की कीमतें अनियंत्रित होती जा रही हैं.
उनकी पार्टी के नेताओं के दमन पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि अवामी लीग नेताओं और कार्यकर्ताओं, छात्रों और कानून व्यवस्था में लगे लोगों की हत्या की जा रही है. उनकी गिरफ्तारी के माध्यम से उत्पीड़न किया जा रहा है. वह इन अराजकतावादी गतिविधियों की कड़ी निंदा और विरोध करती हैं.
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद शेख हसीना शरणार्थी के तौर पर भारत आईं थी और तब से यहीं रह रही हैं.
शेख हसीना ने चटगांव में एक वकील की हत्या पर भी विरोध दर्ज कराया है और हत्या में शामिल लोगों को ढूंढ कर सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आज संवैधानिक रूप से हड़प कर बनी यूनुस सरकार आतंकियों को दंडित करने में विफल रहती है तो मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए भी सजा का उसे सामना करना पड़ेगा.
हिन्दुस्थान समाचार
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