साउथ कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ लागू किया गया है. राष्ट्रपति यून सुक योल ने टेलीविजन पर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इसकी घोषणा की है. इस दौरान राष्ट्रपति यून ने विपक्ष पर देश विरोधी गतिविधि का आरोप लगाया साथ ही विपक्षी नेताओं पर उत्तर कोरिया के समर्थक होने का दावा किया. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरियाई समर्थकों से देश की रक्षा जरूरी है. उन्होंने कहा कि यह फैसला उत्तर कोरिया समर्थक ताकतों को देश से हटाने और उदार संवैधानिक व्यवस्था की रक्षा के लिए लिया गया है. बता दें यह 1980 के बाद से दक्षिण कोरिया में पहली बार है जब मार्शल लॉ लागू किया गया है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून की पीपुल्स पावर पार्टी और विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच अगले साल के बजट बिल को लेकर भई विवाद हुआ था. यून पर उनकी पत्नी और शीर्ष अधिकारियों से जुड़े घोटालों की स्वतंत्र जांच की मांग को भी खारिज करने के बाद विपक्ष हमलावर था.
विपक्ष ने मार्शल लॉ का किया विरोध
दक्षिण कोरिया की विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्युंग ने कहा है कि मार्शल लॉ की घोषणा असंवैधानिक है. साथ ही डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने अपने सभी सदस्यों से संसद में इकट्ठा होकर मार्शल लॉ के खिलाफ विरोध करने की अपील की. रॉयटर्स के अनुसार, वर्तमान में विपक्ष के लगभग 70 सदस्य संसद के भीतर थे, जबकि बाकी सदस्य बाहर इकट्ठा हो रहे थे. हालांकि अभी कुछ स्पष्ट नहीं है मार्शल लॉ कब हटाया जाएगा.
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