बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथी अल्पसंख्यक हिंदुओं को लगातार अपना निशाना बना रहे हैं, मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली सरकार के नेतृत्व ये चरमपंथी कुछ भी कर गुजरने पर आमादा हैं. हिंदुओं के घरों से लेकर दुकान और मंदिरों तक को तोड़ा जा रहा है. ऐसा ही एक घटना सुनामगंज जिले से सामने आई है जहां सैंकड़ों की संख्या में कट्टरपंथियों ने सड़कों से लेकर गलियों तक में चुन-चुनकर हिंदुओं के घरों को तोड़ा है.
इस तरह की खबरों को छिपाने की कोशिश की जा रही है, जिसके चलते एक सोशल मीडिया का सहारा लेकर लोग अपनी गुहार लगा रहे हैं. एक पोस्ट के अनुसार बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने जिले के दोयरा इलाके में हिंदुओं के घरों, दुकानों और मंदिरों पर हमला किया. साथ ही पुलिस स्टेशन का भी घेराब किया जहां पर ये चरमपंथी हिंदू युवक आकाश दास को सौंपने की मांग कर रहे थे.
इससे जुड़े वीडियों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं जहां मुस्लिम कट्टरपंथी दोयरा बाजार में मंदिरों और घरों में घुसकर तोड़फोड़ कर रहे हैं. पूरे स्थान को तहस-नहस कर दिया है. इसमें साफ दिखाई दे रहा है कट्टरपंथी मुर्तियों को तोड़ रहे हैं, ये हेकाबू भीड़ सब कुछ खत्म करने पर आमादा है. सूचना मिलते ही इस इलाके में बांग्लादेशी आर्मी को लगाया गया है मगर हालात अभी भी काबू से बाहर हैं.
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में सरकार गठित की गई मगर तभी से मुस्लिम कट्टरपंथी ताकतों को भी समर्थन मिलने लगा. इसका नतीजा यह हुआ कि अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया गया और इस्कॉन जैसी शांतिप्रिय संस्था को भी आतंकी संगठन घोषित करने की कोशिश की गई. ये चरमपंथी संगठन बेखौफ होकर हिंदुओं के खिलाफ डायरेक्ट एक्शन करने जैसे नारे लगाते हैं.
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