भारत में जब भी संविधान और लोकतंत्र की बात आती है तो बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का नाम बड़े ही आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है. बाबा साहेब हमारे संविधान के निर्माता, समाज सुधारक और भारत के पहले कानून मंत्री थे. आज 6 दिसंबर को उनका महापरिनिर्वाण दिवस है यानि इसी दिन साल 1956 को डॉ. भीमराव अम्बेडकर का निधन हुआ था.
दरअसल, महापरिनिर्वाण शब्द बौद्ध धर्म से जुडा हुआ है जिसका अर्थ आत्मा की मुक्ति होता है. बाबा साहेब की महान आत्मा की शांति और उनकी अमूल्य सेवा को सम्मानित करने के लिए महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रतीक बाबासाहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर का पुण्य स्मरण किया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा, ”महापरिनिर्वाण दिवस पर, हम हमारे संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रतीक डॉ. बाबा साहेब आम्बेडकर को नमन करते हैं.” उन्होंने कहा कि समानता और मानवीय गरिमा के लिए डॉ. आम्बेडकर की अथक लड़ाई पीढ़ियों को प्रेरित करती रहती है. आज, जब हम उनके योगदान को याद करते हैं, तो हम उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराते हैं. उन्होंने लिखा, ”इस वर्ष की शुरुआत में मुंबई में चैत्य भूमि की अपनी यात्रा की एक तस्वीर भी साझा कर रहा हूं. जय भीम.”
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी एक्स हैंडल पर लिखा, ”संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर कोटि-कोटि नमन.”
हिन्दुस्थान समाचार
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