आंदोलनकारी किसानों ने रविवार तक के लिए दिल्ली कूच टाल दिया है. किसानों की मांग है कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान उनसे बातचीत करें. वहीं उन्होंने कहा कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं. अगर ऐसा नहीं होता तो वो रविवार को फिर से दिल्ली कूच करेंगे.
पंजाब के किसानों ने अपनी मांगों को लेकर आज दिल्ली कूच करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें पंजाब-हरियाणा सीमा यानि शंभू बॉर्डर पार करने की अनुमति नहीं दी. किसानों ने अंबाला में लगे बैरीकेड उखाड़ने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे. इस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प भी हुई. पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे. हरियाणा पुलिस ने बीएनसएस की धारा-163 का हवाला देकर किसानों को आगे नहीं बढ़ने के लिए कह रहे थे लेकिन किसान थे कि दिल्ली कूच पर अड़े हुए थे. दरअसल, किसानों का कहना है कि वो पीएम मोदी से जाकर बात करते. पुलिस किसी भी कीमत पर किसानों को राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे सकती. क्योंकि संसद में अभी शीतकालीन सत्र चल रहा है. किसानों के दिल्ली में एंट्री से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है.
वहीं हरियाणा पुलिस से टकराव के बाद अब KMM और SKM (अराजनीतिक) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान किसान नेता सरवन सिंह पढ़ेर ने कहा कि हम सरकार से बातचीत के लिए पहले भी तैयार थे और अभी भी तैयार है. उन्होंने कहा कि वो केंद्र सरकार के कृषि मंत्री से बात करना चाहते हैं. पंढेर ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने बातचीत नहीं तो वो रविवार यानि 8 दिसंबर से फिर दिल्ली कूच करेंगे.
किसान नेता ने कहा, पहले केंद्रीय और हरियाणा के मंत्री बोलते थे कि किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर आते हैं लेकिन इस बार हम पैदर दिल्ली जा रहे थे. निहत्थे थे लेकिन सरकार ने हमें रोकने के लिए बल प्रयोग किया. पंढेर ने दावा किया कि हरियाणा पुलिस के साथ टकराव में 8 किसान घायल हुए हैं. जिनमें से 2 किसान गंभीर रूप से घायल हैं. पंढेर ने कहा कि जिस तरीके से हम पर हमला हुआ, वो हमारी नैतिक जीत है.
सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि मैं पीएम मोदी से पूछना चाहता हूं कि हमारे साथ ऐसा दुश्मन जैसा बर्ताव क्यों किया जा रहा है? उन्होंने कहा, जब देश में अनाज की कमी थी, विदेश से अनाज के लिए भीख मांगनी पड़ती थी. तब किसानों ने कड़ी मेहनत करके देश के अन्न भंडार भर दिए. उन्होंने कहा कि हम बातचीत से भागने वाले नहीं है. हम बातचीत करने को तैयार हैं.
बता दें फरवरी 2023 से शंभू बॉर्डर पर डेरा डालने वाले किसानों ने आज दिल्ली के पैदल मार्च का ऐलान किया था. 101 किसानों का पहला जत्था आज दिल्ली के लिए रवाना होना था लेकिन पुलिस ने भी किसानों को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए है. शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैरिकेंडिंग की गई साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई. ड्रोन से पूरे घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है. अंबाला जिला प्रशासन ने क्षेत्र में बीएनएस की धारा-163 लागू की है. जिसके तहत 5 या उससे ज्यादा लोगों के गैरकानूनी रूप से एकत्र होने की मनाही है. वहीं अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइट इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है. और स्कूलों को भी आज बंद किया गया था.
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