कोलकाता: स्वदेशी जागरण मंच ने शुक्रवार को बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की कड़ी निंदा की और भारत विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया. मंच के पूर्वी क्षेत्रीय सह संयोजक अमलान कुसुम घोष ने कहा कि बांग्लादेश में भारत विरोधी तत्वों का प्रभाव बढ़ रहा है, जो अंध भारत-विरोध के जरिए देश की छवि खराब कर रहे हैं.
कोलकाता प्रेस क्लब में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंच के पूर्वी क्षेत्रीय सह संयोजक घोष ने कहा कि मंच ने बांग्लादेश से आने वाले उत्पादों और सेवाओं का पूरी तरह से बहिष्कार करने की अपील की है. इसके तहत बांग्लादेशी वस्त्र उद्योग को कमजोर करने के लिए भारत में कच्चे माल जैसे कपास की आपूर्ति पर रोक लगाने की बात कही गई साथ ही, बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में रोजगार न देने और उनके वेब सीरीज देखने या खरीदने पर भी रोक लगाने का आग्रह किया गया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बांग्लादेश में भारतीय ध्वज का अपमान और रवींद्रनाथ टैगोर की मूर्तियों को तोड़ने की घटनाओं की कड़ी आलोचना की गई. उन्होंने कहा कि यह केवल बांग्लादेश के आम लोगों पर अत्याचार नहीं है, बल्कि भारत के खिलाफ दुश्मनी को बढ़ावा देने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि भारत विरोधी काम बांग्लादेश भारत की आर्थिक मदद से कर रहा है, जो अस्वीकार्य है.
स्वदेशी जागरण मंच ने भारत सरकार से मांग की है कि बांग्लादेश को दी जाने वाली मेडिकल वीजा जैसी सुविधाएं तुरंत बंद की जाएं. मंच ने बांग्लादेश सीमा को सील करने का भी आह्वान किया ताकि अवैध घुसपैठ रोकी जा सके. घोष ने बताया कि 2019 में मदुरई में आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी और इसे सरकार के सामने भी रखा गया है.
स्वदेशी जागरण मंच ने घोषणा की कि वह इन मुद्दों को लेकर आम जनता को जागरूक करेगा. प्रत्येक जिले में जन आंदोलन शुरू किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. घोष ने कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति मध्ययुगीन दौर की याद दिलाती है, जहां भारत विरोधी ताकतें हावी हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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