सियोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने पिछले दिनों की गई अपनी मार्शल लॉ की घोषणा के लिए जनता से हाथ जोड़कर माफी मांग ली है. हालांकि उन्होंने इस्तीफे की पेशकश नहीं की. यून को आज नेशनल असेंबली के पूर्ण सत्र में विपक्ष के महाभियोग प्रस्ताव का सामना करना है. सत्तारूढ़ दल पहले ही राष्ट्रपति येओल का साथ न देने की घोषणा कर चुका है.
द कोरिया टाइम्स समाचार पत्र के अनुसार, राष्ट्रपति यून सुक येओल ने आज सुबह 10 बजे (दक्षिण कोरिया के समयानुसार) अपने कार्यालय से राष्ट्र को टेलीविजन पर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वह अपनी राजनीतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी से नहीं बचेंगे. न ही बचना चाहते हैं. वह सब कुछ सत्तारूढ़ दल को सौंप देंगे.
राष्ट्रपति ने कहा कि वह देश से ईमानदारी से माफी मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह आश्वस्त कर रहे हैं कि अब कभी भी दूसरा मार्शल लॉ नहीं होगा. वह अपना सब कुछ सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) को सौंप देंगे.
येओल ने कहा कि देश में राजनीतिक स्थिरता जरूरी है. पीपीपी देश को स्थिरता देगी. पीपीपी और सरकार संयुक्त रूप से इस जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे. राष्ट्रपति यून सुक येओल ने (सिर झुकाते हुए) कहा, ”मैं इस स्थिति के लिए जनता से माफी मांगता हूं.” उन्होंने जनता को नमन करते हुए अपना संबोधन समाप्त किया.
हिन्दुस्थान समाचार
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