विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने बांग्लादेश की वर्तमान परिस्थिति को केवल भारत के लिए ही नहीं, अपितु पूरे दक्षिण एशिया के लिए खतरा बताया है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान परिस्थिति केवल वहां के हिन्दुओं या केवल भारत के लिए ही नहीं अपितु पूरे दक्षिण एशिया के लिए खतरा है. क्योंकि चिंता का विषय यह है कि बांग्लादेश में सत्ता हस्तांतरण के बाद वहां पर हजारों उग्रवादी जेल से रिहा किये गये. इस कारण से वहां पर कट्टरता फैली है और हिन्दुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं.
मिलिंद परांडे ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि जहां-जहां हिन्दू समाज की आबादी कम हुई है वहां पर हिन्दू के लिए संकट खड़ा हुआ है. दुर्भाग्य से बांग्लादेश इस्लामिक देश है. वहां पर हिन्दू संगठिन न होने से हिन्दू समाज को बहुत बड़ा कष्ट भुगतना पड़ रहा है. इस विषय पर सब लोग अपना आक्रोश प्रकट कर रहे हैं और सभी लोग प्रयास भी कर रहे हैं. भारत सरकार भी अपने स्तर से प्रयास कर रही है. अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी बांग्लादेश पर दबाव डालने के लिए प्रयास हो रहे हैं. अलग-अलग देशों के हिन्दू भी प्रयास कर रहे हैं. इन्टरनेशनल कोर्ट, यूनाइटेड नेशन और अमेरिका भी प्रयासरत है. पूरे देश में बांग्लादेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी हो रहे हैं.
इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निन्दा करते हुए परांडे ने कहा कि बांग्लादेश प्रशासन तत्काल हिन्दुओं के उत्पीड़न को रोके। विहिप प्रशासन की इस कायरतापूर्ण और अलोकतांत्रिक घटना का पुरजोर विरोध करती है. विहिप की मांग है कि हिन्दुओं के मानवाधिकारों की रक्षा की जाए, सुरक्षा की जाए.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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