Wednesday, July 9, 2025
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
Ritam Digital Hindi
Advertisement Banner
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Legal
    • Business
    • History
    • Viral Videos
  • Politics
  • Business
  • Entertainment
  • Sports
  • Opinion
  • Lifestyle
No Result
View All Result
Ritam Digital Hindi
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Legal
    • Business
    • History
    • Viral Videos
  • Politics
  • Business
  • Entertainment
  • Sports
  • Opinion
  • Lifestyle
No Result
View All Result
Ritam Digital Hindi
No Result
View All Result
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
  • Politics
  • Business
  • Entertainment
  • Sports
  • Opinion
  • Lifestyle
Home World

सीरिया में 2011 से चल रहे गृहयुद्ध का खात्मा, विद्रोहियों ने की नये युग की घोषणा

विद्रोहियों की तरफ से कहा गया कि देश के सार्वजनिक संस्थान 'पूर्व प्रधानमंत्री' की देखरेख में रहेंगे, जब तक नई सरकार सत्ता पर काबिज नहीं हो जाती.

Editor Ritam Hindi by Editor Ritam Hindi
Dec 8, 2024, 02:36 pm IST
सिरिया में विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर किया कब्जा

सिरिया में विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर किया कब्जा

FacebookTwitterWhatsAppTelegram

दमिश्क: सीरिया में करीब 50 साल के बाद शासन और 24 साल के बशर अल असद शासन का रविवार को अंत हो गया. विद्रोही गठबंधन के सामने असद की ताकतवर सरकार 10 दिन भी नहीं टिक पाई. इसके साथ ही 2011 से चल रहे गृहयुद्ध का भी खात्मा हो गया. राजधानी दमिश्क की सड़कों पर लोग जश्न मना रहे हैं. अपने शासन का अंत करीब देख बशर अल असद पहले ही देश छोड़ कर भाग चुके हैं. सीरियाई सेना ने इसकी पुष्टि की.

सीरिया के सार्वजनिक संस्थानों पर कब्जे के साथ विद्रोही गुट ने रविवार को सीरिया के आजाद होने की घोषणा की. जेलों से कैदियों को रिहा करने की घोषणा की गई. इस्लामी चरमपंथी गुट हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) और विद्रोही गठबंधन ने कहा है कि अब नया सीरिया बनेगा, जहां सब शांति से रहेंगे. विद्रोहियों की तरफ से कहा गया कि देश के सार्वजनिक संस्थान ‘पूर्व प्रधानमंत्री’ की देखरेख में रहेंगे, जब तक नई सरकार सत्ता पर काबिज नहीं हो जाती. इससे पहले प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल जलाली ने भी एक रिकॉर्डेड बयान में विद्रोहियों से मिलकर नई सरकार के गठन की बात कही.

असद शासन का अंत

बशर अल असद ने साल 2000 में अपने पिता हफीज अल-असद के बाद सीरिया की कमान संभाली थी. हफीज अल असद ने 1950-60 के गृहयुद्ध के बाद तख्तापलट कर सीरिया की सत्ता संभाली थी. पिता हफीज अल असद ने 29 साल शासन किया. इस तरह साल 1971 के बाद से 2024 तक असद परिवार का सीरिया पर शासन रहा.

असद के पिता हफीज अल अस्साद ने बाथ पार्टी बनाई थी और इस पूरे शासनकाल में यही पार्टी सत्ता का प्रतिनिधित्व करती रही. इसलिए दमिश्क पर कब्जे के बाद विद्रोहियों ने बयान जारी कर कहा कि बाथ पार्टी के शासन के 50 सालों के उत्पीड़न और 13 सालों के अपराध, अत्याचार और विस्थापन का सामना कर आज, 8 दिसंबर, 2024 को उस कालयुग का अंत और सीरिया के नए युग की शुरुआत का हम ऐलान करते हैं.

पहले भी हुआ विद्रोह

2011 में अरब स्प्रिंग के दौरान सीरिया में बशर अल असद शासन के खिलाफ व्यापक विद्रोह भड़का था लेकिन उस समय सत्ता पर मजबूत पकड़ रखने वाले असद को रूस और ईरान जैसे सहयोगियों के कारण विद्रोहियों से निबटने में सफलता मिली थी. इस बार विद्रोहियों के सामने उखड़े असद के पांव इस बार केवल 10 दिनों में असद का साम्राज्य ढह गया.

असद शासन की इस कमजोरी के पीछे मौजूदा वैश्विक परिदृश्य है जहां असद शासन का समर्थन करने वाला रूस खुद युक्रेन के साथ युद्ध में उलझा हुआ है. जबकि ईरान इजराइल के साथ सैन्य संघर्ष में उलझे होने के कारण असद शासन के समर्थन में मजबूती से खड़ा होने की स्थिति में नहीं था. ईरान के समर्थन वाले हिज्बुल्लाह के खिलाफ इजराइल के लगातार अभियानों ने उसकी कमर तोड़ कर रख दी है.

सीरिया गृहयुद्ध का नतीजा

बशर अल असद सरकार और विद्रोही गुटों के बीच जारी संघर्ष में अब तक पांच लाख से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा किया जाता है. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, सीरिया में गृहयुद्ध के कारण अब तक कम से कम 3,70,000 लोग विस्थापित हुए हैं.

सीरिया में किसकी सरकार बनेगी?

असद शासन के अंत के बाद दुनिया भर की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में सीरिया की सत्ता की तस्वीर क्या होगी. सीरिया में नई सरकार कैसे बनेगी क्योंकि जिन विद्रोही लड़ाकों ने असद शासन का अंत किया है, उनमें शामिल अलग-अलग गुट सत्ता में ज्यादा भागीदारी का दावा करेंगे. इनमें ज्यादातर कट्टरपंथी विचारधारा के हिमायती गुट हैं जो विचारधारा के हिसाब से देश चलाने पर जोर देंगे. इन सभी में शासन और नई सरकार की नीतियों को लेकर एकराय होगी, इसकी संभावना कम ही है.

हिन्दुस्थान समाचार

ये भी पढ़ें- शंभू बॉर्डर पर तनाव की स्थिति… पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, किसानों ने रोका मार्च

ये भी पढ़ें- ‘पुष्पा-2’ ने की पहले तीन दिन में रिकॉर्ड कमाई, दुनियाभर में 500 करोड़ का आंकड़ा पार

Tags: SyriadamishkCivil War EndBashar Al Assad
ShareTweetSendShare

संबंधितसमाचार

कजाकिस्तान सरकार ने बुर्के पर लगाया बेैन
World

कजाकिस्तान ने बुर्के हिजाब पर लगाया बैन, इन देशों में भी है चेहरा ढकने पर रोक, 10 पॉइंट्स में समझें

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले: मंदिरों से घरों तक एक दशक की दर्दनाक कहानी
Nation

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले: मंदिरों से घरों तक एक दशक की दर्दनाक कहानी

आतंक के समर्थक तुर्की पर भारत का कड़ा प्रहार
Nation

आतंक के समर्थक तुर्की पर भारत का कड़ा प्रहार, पर्यटन से व्यापार तक सर्वव्यापी बहिष्कार

भारत के हमले से हिला पाकिस्तान: कराची बंदरगाह और पेशावर में बड़ी तबाही
Nation

भारत के हमले से हिला पाकिस्तान: कराची बंदरगाह और पेशावर में बड़ी तबाही

भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर, सियालकोट, कराची और इस्लामाबाद में गोले बरसाए
Nation

भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर, सियालकोट, कराची और इस्लामाबाद में गोले बरसाए

कमेंट

The comments posted here/below/in the given space are not on behalf of Ritam Digital Media Foundation. The person posting the comment will be in sole ownership of its responsibility. According to the central government's IT rules, obscene or offensive statement made against a person, religion, community or nation is a punishable offense, and legal action would be taken against people who indulge in such activities.

ताज़ा समाचार

Martyrdom Day of Captain Vikram Batra

7 जुलाई 1999: कैप्टन विक्रम बत्रा की वीरगाथा- कारगिल युद्ध में बलिदान

Dalai Lama Birthday

दलाई लामा जन्मदिन: तिब्बत की पहचान और अस्तित्व के लिए चीन के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक

Shyama Prasad Mukherjee Birthday

देश की अखंडता का सपना, अनुच्छेद-370 का विरोध… जानिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से जुड़ी बड़ी उपलब्धियां

राष्ट्र ध्वज के निर्माता पिंगली वेंकैया की पुण्यतिथि

Pingali Venkaiah Death Anniversary: 30 देशों के झंडे की स्टडी के बाद तैयार हुआ तिरंगा, जानिए पिंगली वेंकैया का योगदान

Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर विशेष… हिंदू संस्कृति को पूरे विश्व में दिलाया था सम्मान

कजाकिस्तान सरकार ने बुर्के पर लगाया बेैन

कजाकिस्तान ने बुर्के हिजाब पर लगाया बैन, इन देशों में भी है चेहरा ढकने पर रोक, 10 पॉइंट्स में समझें

Old Delhi Railway Stations Name Change Proposal

पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम महाराजा अग्रसेन स्टेशन करने की मांग, जानें इससे जुड़े 10 महत्वपूर्ण तथ्य

Courts Ban Namaz

सार्वजनिक जगहों पर नमाज पर कोर्ट की रोक: 7 अहम फैसले (2018–2025)

ग्रेटर नोएडा

15 प्वाइंट्स में समझे ग्रेटर गाजियाबाद की संकल्पना और जिले का महत्व

Doctors Day

National Doctor’s Day: डॉ. बिधान चंद्र रॉय: एक महान चिकित्सक, दूरदर्शी नेता और राष्ट्र निर्माता

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer

© Ritam Digital Media Foundation.

No Result
View All Result
  • Home
  • Nation
  • World
  • Videos
  • Politics
  • Opinion
  • Business
  • Entertainment
  • Lifestyle
  • Sports
  • About & Policies
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer

© Ritam Digital Media Foundation.