कोलकाता: इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के नरसंहार की आशंका जाहिर की है. इसके साथ ही संगठन ने भारत से बांग्लादेश पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है ताकि हालात काबू में आ सके. संगठन के वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी है कि अगर बांग्लादेश में हालात नहीं संभाले गए तो वहां बड़ा नरसंहार हो सकता है.
इस्कॉन-कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने रविवार शाम यह गंभीर बयान दिया. दास ने कहा कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी लोग इस्कॉन के अनुयायियों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें कट्टरपंथी आम लोगों को उकसा रहे हैं और कह रहे हैं कि “इस्कॉन एक कैंसर है, जिसे काटकर ही खत्म किया जा सकता है. दास के अनुसार, ऐसे कट्टरपंथी अपने सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में अनुयायियों को इस्कॉन के अनुयायियों को खत्म करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक कट्टरपंथी नेता अपने निजी विमान से बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में जाकर लोगों को भड़काने का काम कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कट्टरपंथियों को रोकने में विफल रहने पर बांग्लादेश में हालात और बिगड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि ये कट्टरपंथी आम लोगों को नरसंहार के लिए प्रेरित कर रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो बांग्लादेश की सेना और पुलिस भी स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पाएगी.
दास ने बताया कि शनिवार को ढाका जिले के एक मंदिर को पेट्रोल डालकर जला दिया गया. इस हमले में मंदिर की मूर्तियों को भी तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं कट्टरपंथियों के भड़काऊ बयानों का नतीजा हैं. दास ने मांग की कि इन कट्टरपंथियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. उन्होंने कहा कि अगर इन्हें नहीं रोका गया तो बांग्लादेश बड़े नरसंहार की ओर बढ़ सकता है. उन्होंने भारत सरकार से खास अपील करते हुए बांग्लादेश के हालात को काबू करने के लिए कदम उठाने की अपील की है.
हिन्दुस्थान समाचार
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