प्रधानमंत्री संग्राहलय एवं पुस्तकालय यानि पीएमएमएल ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी गांधी को चिट्ठी लिखी है. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखे गए निजी पत्रों को सोनिया गांधी से वापस दिलाने के लिए मांग की गई है. बता दें यह चिट्ठी पीएम म्यूजियम सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने लिखा है और नेहरू के पत्रों कोे वापस दिलाने के लिए राहुल गांधी की मदद मांगी गई है.
चिट्ठी में कहा गया है कि साल 2008 में जब देश में यूपीए की सरकार थी तब 51 डिब्बों में भर के पंडित नेहरू के निजी पत्र सोनिया गांधी ने अपने पास मंगवा लिए थे. पंडित नेहरू यह पत्र बेहद ऐतिहासिक माने जाते हैं. बताया जा रहा है कि यह पत्र पंडित नेहरू ने एडविना माउंटबेटन, अल्बर्ट आइंस्टीन, जयप्रकाश नारायण, पद्मजा नायडू, विजया लक्ष्मी पंडित, अरुणा आसफ अली, बाबू जगजीवन राम और गोविंद बल्लभ पंत आदि को लिखे थे और इन पत्रों में महान विभूतियों के बीच हुई बातचीत शामिल है.
पीएमएमएल सोसाइटी के सदस्य रिजवान कादरी ने कहा कि सितंबर में उन्होंने इसके लिए सोनिया गांधी को भी पत्र लिखा था लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर अब उन्होंने विपक्ष नेता राहुल गांधी ने पत्र वापस दिलाने के लिए मदद मांगी है. उन्होंने कहा है कि राहुल, सोनिया गांधी से ओरिजनल पत्र दिलवाएं या फिर इनकी फोटोकॉपी या डिजिटल कॉपी दिलवाई जाए. उनका कहना है कि पंडित नेहरू के यह पत्र ऐतिहासिक है और इससे शोधकर्ताओं को बहुत लाभ होगा. इसलिए इन पत्रों को प्रधानमंत्री संग्राहलय में होना चाहिए.
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू तीन मूर्ति भवन में रहते थे. उनके निधन के बाद तीन मूर्ति भवन को नेहरू मेमोरिल बना दिया गया था, 15 जून, 2023 को हुई NMML सोसाइटी की एक मीटिंग में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी का नाम बदलकर ‘प्रधानमंत्री म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी’ रख दिया गया, आज प्रधानमंत्री स्मारक संग्रहालय और लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है. इस स्मारक में पुस्तकों और दुर्लभ अभिलेखों का समृद्ध संग्रह है.
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