यूपी के संभल में शिव-हनुमान मंदिर के पास स्थित मकानों के अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है. संभल में स्थानीय प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया है. जिसके मद्देनजर मंदिर के पास अतिक्रमण को हटाया जा रहा है. अतिक्रमण हटाने कि लिए मजदूरों की टीम पहुंची है. मकानों के बढ़े हुए छज्जे तोड़े गए हैं. एएसपी ने मकान के अवैध निर्माण की पहचान की है. अफसरों ने मकान मालिकों से संपत्ति का ब्योरा मांगा है. इससे पहले पुलिस ने मकान मालिकों को खुद ही मकान से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए कहा था. दरअसल, इस मंदिर की खोज 14 दिसंबर को जिला पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हुई थी.
#WATCH | Uttar Pradesh: The owner of a house located near the Shiv-Hanuman Temple in Sambhal removes an illegal part of his house by covering it, to avoid debris falling into the temple and nearby buildings.
The temple was discovered during an anti-encroachment drive carried… pic.twitter.com/Kgt1WfXD4F
— ANI (@ANI) December 17, 2024
संभल के मंदिर परिसर में खुदाई, कुएं से मिलीं तीन खंडित मूर्तियां
संभल जिले में मिले प्राचीन शिव मंदिर परिसर में मौजूद कुएं की करीब 20 फुट तक खुदाई की गयी. इस दौरान तीन खंडित मूर्तियां मिली हैं. ये मूर्तियां मां पार्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की हैं. जिला प्रशासन अब कुएं की खुदाई की जिम्मेदारी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को देने लिए पत्र लिखा है. फिलहाल कुएं को जाल से ढक दिया गया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि शिव मंदिर के बगल में एक कुआं मिला है, जिसकी करीब 20 फुट तक खुदाई की जा चुकी है. खुदाई के दौरान कुएं में तीन खंडित मूर्तियां मिली हैं. ये मूर्तियां- भगवान गणेश, कार्तिकेय और मां पार्वती की हैं. मूर्तियां मिलने के बाद प्रशासन ने खुदाई का काम रुकवा दिया है. संभावना है कि कुएं में और मूर्तियां हो सकती हैं.
वहीं श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर पूजा-अर्चना शुरू कर दी है. भीड़ को देखते हुए कुएं के पास पीएसी और पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं, प्रशासनिक सूत्रों ने यह भी बताया है कि मस्जिद के पास से भी एक कुआं मिला है, जिसे ढक दिया गया था. अब उस कुएं की भी खुदाई शुरू होगी.
46 साल पुराना है मंदिर
संभल में यह शिव मंदिर साल 1978 से बंद था. करीब 46 साल बाद 14 दिसंबर 2024 को प्रशासन द्वारा मंदिर का द्वार खोला गया. इस दौरान मंदिर में कई मूर्तियां मिलीं, जिसमें शिवलिंग और हनुमान जी की प्रतिमा शामिल है. इसके बाद प्रशासन ने मंदिर को साफ किया और 15 दिसंबर को विधि-विधान के साथ मंदिर में पूजा शुरू हुई. सोमवार को स्थानीय लोगों ने मंदिर पर प्राचीन संभलेश्वर महादेव लिखा. इस प्राचीन मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी.
सीएम योगी ने सपा पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 46 साल पहले संभल में हुए नरसंहार को उठाते हुए विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि संभल में जिस मंदिर को साढ़े चार दशक पहले बंद कर दिया गया था, आज वह मंदिर सबके सामने आ गया है. इसने इनकी वास्तविकता को सबके सामने प्रस्तुत कर दिया.
मुख्यमंत्री योगी एक मीडिया प्रतिष्ठान की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इसलिए आप सबसे कहता हूं कि हम सबको इनकी मानसिकता को देखना होगा. कल संसद में संविधान की चर्चा हो रही थी लेकिन मुद्दा संभल का उठ रहा था. संभल में क्या प्रशासन ने वह प्राचीन मंदिर रातों रात बना दिया? क्या वहां बजरंगबली का प्राचीन मंदिर वहां रातोंरात आ गया? क्या वहां निकला ज्योतिर्लिंग आस्था नहीं थी? उन्हें आज तक सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने आज के 46 वर्ष पहले संभल के अंदर नरसंहार किया था. उन लोगों की चर्चा क्यों नहीं होती? उन निर्दोष लोगों का क्या दोष था? जिनकी निर्मम हत्या संभल के अंदर आज से 46 साल पहले हुई.
सीएम योगी ने कहा कि जो भी उस सच को बोलेगा, उसको धमकी दी जाएगी. उनका मुंह बंद कराने का प्रयास होगा. इसीलिए ये लोग कुम्भ के बारे में दुष्प्रचार करने का कुत्सित प्रयास करेंगे लेकिन मैं धन्यवाद दूंगा उन प्रतिष्ठानों को जो कुम्भ से जुड़े आयोजन कर रहे हैं.
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