नई दिल्ली: कांग्रेस ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के दाह संस्कार और स्मारक बनाने के लिए केंद्र सरकार से जगह की मांग की है. इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से टेलीफोन पर बात की और इस आशय का पत्र भी लिखा है. पत्र में कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि देश के सपूत डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार और स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge ने प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री से फ़ोन पर बात करके व एक पत्र लिख कर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से पुरज़ोर अनुरोध किया कि भारत के सपूत सरदार मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार व स्मारक स्थापित करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। pic.twitter.com/pNxh5txf0b
— Congress (@INCIndia) December 27, 2024
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने आज शाम यह पत्र मीडिया के साथ भी साझा किया. इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री के साथ टेलीफोन पर हुई वार्ता के संदर्भ को उद्धृत करते हुए कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल यानी 28 दिसंबर को उनके अंतिम विश्राम स्थल पर करने का अनुरोध किया, जो भारत के महान सपूत की स्मृति के लिए एक पवित्र स्थल होगा. यह राजनेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक उनके अंतिम संस्कार स्थल पर ही होने की परंपरा के अनुरूप है.”
खरगे ने पत्र में आगे लिखा है कि डॉ. सिंह देश और इस राष्ट्र के लोगों की मानसिकता में अत्यधिक सम्मानित स्थान रखते हैं. उनका योगदान और उपलब्धियां अभूतपूर्व हैं. आर्थिक और राजकोषीय मामलों पर उनकी विद्वता भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार और कई संगठनों में विभिन्न अन्य पदों के रूप में उनके विशाल अनुभव से आती है. डॉ. सिंह के प्रति वैश्विक नेताओं का सम्मान और आदर इस तथ्य का प्रमाण है. वैश्विक आर्थिक वित्तीय संकट को कम करने में उनकी बुद्धिमान सलाह, नेतृत्व और योगदान को अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता है. जैसा कि मुझे याद है, राष्ट्रपति ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान डॉ. सिंह का उल्लेख किया और टिप्पणी की कि “जब भी भारतीय प्रधानमंत्री बोलते हैं तो पूरी दुनिया उन्हें सुनती है.”
खरगे ने कहा कि जब देश गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा था, तब वित्त मंत्री के रूप में डॉ. सिंह ही थे, जिन्होंने भारत को संकट से बाहर निकाला और देश को आर्थिक समृद्धि और स्थिरता की ओर अग्रसर किया. आज देश उनके द्वारा बनाए गए मजबूत आर्थिक आधार का लाभ उठा रहा है. एक साधारण पृष्ठभूमि से आने और विभाजन के दर्द और पीड़ा का अनुभव करने के बाद, यह उनके दृढ़ संकल्प के कारण था कि वे दुनिया के अग्रणी राजनेताओं में से एक बन गए.
खरगे ने लिखा, “उपरोक्त के मद्देनजर, मुझे आशा और विश्वास है कि डॉ. मनमोहन सिंह के कद के अनुरूप, डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर करने का उपरोक्त अनुरोध स्वीकार कर लिया जाएगा, जहां उनका स्मारक बनाया जा सके.”
हिन्दुस्थान समाचार
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