उत्तरी अमेरिकी देश कनाडा लगातार आंतकियों और अलगाववादियों का पनाह स्थल बनता जा रहा है. कनाडा, भारत के अलगाववादियों को शरण देता ही है. कनाडा की धरती से भारत के खिलाफ नापाक मंसूबों की रणनीति बनाई जाती है. अब उसने फ्रांस अदालत द्वारा दोषी करार दिए गए हसन दाइब को भी सुरक्षित पनाह दी हुई है. इस बात का खुलासा एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर किया है. दरअसल, कल एलन मस्क ने एक पोस्ट साझा की थी. जिसमें इस बारे में जानकारी दी गई है. पोस्ट में कहा गया कि कनाडा में एक ऐसा व्यक्ति बतौर प्रोफेसर के रूप में काम कर रहा है, जिसे फ्रांस के कोर्ट ने साल 1980 में हुए यहूदी प्रार्थनास्थल पर हुए हमले का दोषी पाया है. इस व्यक्ति का नाम हसन दाइब है चौंकाने वाली बात यह है कि जिसे कोर्ट दोषी ठहरा चुका है. वो कनाडा में सामाजिक न्याय जैसा विषय स्टूडेंट्स को पढ़ा रहा है.
बता दें कई बार फ्रांस की सरकार ने कनाडा से हसन दाइब को वापस भेजने की मांग कर चुका है लेकिन कनाडा ने हर बार ऐसा करने से इनकार किया है. वहीं जब हसन दाइब को दोषी ठहराया गया था तब भी कनाडियन एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटी टीचर्स ने फ्रांस की अदालत के निर्णय की निंदा की थी और कनाडी सरकार से हसन को वापस फ्रांस नहीं भेजने का अनुरोध किया था.
क्या है मामला?
साल 1980 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में यहूदियों के प्रार्थनास्थल पर बम विस्फोट हुआ था. इस हमले में 4 लोग मारे गए थे और कई घायल हो गए थे. जिस समय हमला हुआ उस समय वहां 300 लोग मौजूद थे. वहीं इस केस की जांच में कई साल लग गए. 40 सालों के बाद जब 2023 में फ्रांस के कोर्ट ने हसन दाइब को दोषी ठहराया और कनाडा से उसके प्रत्यारोपण की मांग की गई लेकिन कनाडा के प्रोफेसर्स सामने आ गए और सरकार से हसन को वापस ना भेजने की अपील की गई. अब वह स्वतंत्र रूप से कनाडा में जीवन यापन कर रहा है और सामाजिक न्याय जैसा विषय पढ़ा रहा है.
सोशल मीडिया पर एलन मस्क ने प्रश्न किया कि एक कातिल कैसे कनाडा में प्रोफेसर बनकर स्वतंत्र रूप से जीवन जी रहा है?
A man convicted in a French court for killing 4 people in a Paris synagogue bombing is living freely in Canada, even working as a professor teaching students about 'social justice in action.'
Why hasn’t he been extradited to France to face justice?
Is Justin Trudeau refusing… pic.twitter.com/M3yVC0PBD2
— Pierre Poilievre (@PierrePoilievre) November 15, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स को देखें तो कनाडा में हिन्दू विरोधी अलगाववादी पहले के मुकाबले काफी बढ़े हैं. एक तरह से कनाडा इन लोगों को पालने-पोसने का काम कर रहा है. इसके अलावा कनाडा में यहूदियों के खिलाफ भी हिंसा में बढ़ोत्तरी हुई है. इजरायल के Diaspora Affairs and Combating Antisemitism मंत्रालय ने कनाडा में यहूदियों के खिलाफ हो रहे हमलों और बढ़ रही हिंसक घटनाओं पर सोमवार को एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में भी सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स और कुछ नेता यहूदियों के अस्तित्व के प्रति दुराग्रह से ग्रसित हैं.
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