नई दिल्ली: गुजरात के पोरबंदर में रविवार को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) का एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार सभी तीन लोगों की मौत हो गई. लैंडिंग के समय दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने की संभावना जताई गई है, इसलिए कोस्ट गार्ड ने जांच के आदेश दिए हैं. दो महीने पहले भी अरब सागर में क्रैश हुए ध्रुव हेलीकॉप्टर की जांच इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम कर रही है.
भारतीय तटरक्षक बल के कमांडर अमित उनियाल ने इस घटना में तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि यह दुर्घटना रविवार सुबह पोरबंदर के कोस्ट गार्ड एयर एन्क्लेव में हुई है. क्रैश के दौरान घायल हुए दो लोगों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया, जबकि हेलीकॉप्टर से कूदने वाले व्यक्ति की भी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था. इसी दौरान कुछ तकनीकी खराबी आने से गुजरात के पोरबंदर कोस्ट गार्ड एयरपोर्ट पर लैंडिंग के समय हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है.
कोस्ट गार्ड के पास 16 एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर हैं, जिन्हें बेंगलुरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने डिजाइन और निर्मित किया है. तटरक्षक बल का एक हेलीकॉप्टर दो महीने पहले भी अरब सागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. आईसीजी के एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव के लापता पायलट इन कमांड का पार्थिव शरीर पोरबंदर से लगभग 55 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में समुद्र से बरामद किया गया था. दुर्घटना के दूसरे दिन ही हेलीकॉप्टर का मलबा मिलने के साथ चालक दल के दो सदस्यों के पार्थिव शरीर समुद्र से बरामद किए गए थे. इसके बाद आईसीजी ने अपने एएलएच ध्रुव बेड़े की सुरक्षा जांच के आदेश दिए थे, जिसमें उड़ान नियंत्रण और ट्रांसमिशन सिस्टम पर ध्यान केंद्रित किया गया. इसके साथ ही घटना की गहन जांच होने तक मल्टी मिशन हेलीकॉप्टरों की उड़ानों पर रोक लगा दी गई थी.
गुजरात के पोरबंदर में आज यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने दो माह पूर्व हुई दुर्घटना के बाद एएलएच ध्रुव फ्लीट के सेफ्टी अपग्रेडेशन का काम पूरा किया है. पिछले साल भी एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव कई दुर्घटनाओं का शिकार हुआ था. डिजाइन संबंधी गंभीर समस्या से जूझ रहे ध्रुव फ्लीट को पिछले साल कई बार उड़ान भरने से रोक दिया गया था. सिलसिलेवार दुर्घटनाओं के कारण इस हेलीकॉप्टर के फ्लाइट सेफ्टी रिकॉर्ड पर सवाल खड़े हो गए थे. इसके बाद एचएएल ने इस स्वदेशी हेलीकॉप्टर में मॉडर्न कंट्रोल सिस्टम अपग्रेड किया है.
हिन्दुस्थान समाचार
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