प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में छह दिवसीय भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 का उद्घाटन किया. यह भारत का सबसे बड़ा मोबिलिटी एक्सपो है. यह एक्सपो नई दिल्ली में भारत मंडपम और यशोभूमि के अलावा ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एवं मार्ट में तीन अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जा रहा है.
Speaking at the Bharat Mobility Global Expo 2025. Driven by the aspirations of the people, India’s automobile sector is witnessing an unprecedented transformation. @bharat_mobility
https://t.co/w6LYEJy2gX— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2025
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑटो उद्योग के विकास में मेक इन इंडिया पहल ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. मेक इन इंडिया पहल को पीएलआई योजना से बढ़ावा मिला है. पीएलआई योजना ने 2.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री में मदद की है. इस योजना ने ऑटो सेक्टर में 1.5 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित किए हैं.
उन्होंने कहा कि आज का भारत आकांक्षा से भरा हुआ है, युवा ऊर्जा से भरा हुआ है. यही आकांक्षा हमें भारत की ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में दिखाई देती है. बीते साल में भारत की ऑटो इंडस्ट्री करीब 12 प्रतिशत की ग्रोथ से आगे बढ़ी है. भारत में बनाओ, विश्व के लिए बनाओ के मंत्र पर चलते हुए अब निर्यात भी बढ़ रहा है. विकसित भारत की यात्रा, मोबिलिटी सेक्टर के भी अभूतपूर्व ट्रांसफॉर्मेशन की, कई गुना विस्तार की यात्रा होने वाली है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक साल में करीब 2.5 करोड़ कारों की बिक्री से पता चलता है कि भारत में मांग कितनी तेजी से बढ़ रही है. यात्री वाहन बाजार की बात करें तो हम दुनिया में तीसरे स्थान पर हैं. एक समय भारत में कारों की कम बिक्री का कारण अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कों की कमी थी लेकिन आज यह स्थिति बदल रही है. यात्रा की सुगमता अब भारत की बड़ी प्राथमिकता है. पिछले साल के बजट में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए गए थे. आज भारत में मल्टी-लेन राष्ट्रीय राजमार्गों का जाल है. नई राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति के कारण भारत दुनिया का सबसे प्रतिस्पर्धी लॉजिस्टिक देश बनने जा रहा है. भारत में हर साल बिकने वाले वाहनों की संख्या कई देशों की जनसंख्या से भी अधिक है. मोदी ने कहा कि 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकल आए हैं और यह नव-मध्यम वर्ग वाहनों का संभावित खरीदार है. बढ़ता मध्यम वर्ग, तेजी से हो रहा शहरीकरण और किफायती वाहन भारत में ऑटो सेक्टर को बढ़ावा देंगे.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत के ऑटो सेक्टर में टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रत्न टाटा और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व चेयरमैन ओसामु सुजुकी के योगदान को याद किया. उन्होंने कहा, “आज, भारत के ऑटो सेक्टर के इस बड़े अवसर पर, मैं रतन टाटा और ओसामु सुजुकी को याद करना चाहूंगा. इन दोनों दिग्गजों ने ऑटो सेक्टर में भारतीय मध्यम वर्ग के सपने को पूरा करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है. मुझे यकीन है कि उनकी विरासत भारत के पूरे मोबिलिटी सेक्टर को प्रेरित करती रहेगी।”
पिछले मोबिलिटी एक्सपो में अपने कथन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब वह एक्सपो में आए थे तब लोकसभा के चुनाव ज्यादा दूर नहीं थे. उस दौरान आपके सबके विश्वास के कारण कहा था कि अगली बार भी ‘भारत मोबिलिटी एक्सपो’ में जरूर आऊंगा. उन्होंने कहा कि देश ने तीसरी बार हमें आशीर्वाद दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष भारत में मोबिलिटी एक्सपो का दायरा काफी बढ़ गया है. पिछली बार 800 से ज्यादा प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया, 1.5 लाख से ज्यादा लोगों ने विजिट किया. इस बार भारत मंडपम के साथ-साथ द्वारका के यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में भी ये एक्सपो चल रहा है. आने वाले 5-6 दिनों में बहुत बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे. अनेक नई गाड़ियां भी यहां लॉन्च होने वाली हैं. ये दिखाता है कि भारत में गतिशीलता के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मकता है.
इस मौके पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आज भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 ऑटोमोबाइल और संबंधित व्यापार में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन बन गया है. संपूर्ण एंड-टू-एंड मूल्य शृंखला एक साथ आ गई है. देश को प्रधानमंत्री मोदी के विजन का लाभ मिल रहा है. भारत आज तिपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता है. भारत वैश्विक स्तर पर दोपहिया वाहनों का सबसे बड़ा बाज़ार है.
केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करता है, जिसमें पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकी और टिकाऊ गतिशीलता समाधानों पर जोर दिया जाता है. स्वच्छ परिवहन की आवश्यकता पहले कभी इतनी जरूरी नहीं थी. टिकाऊ परिवहन समाधानों को अपनाकर हम सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित भविष्य का निर्माण कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि भारत का ऑटोमोबाइल उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था में सबसे महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं में से एक है. वर्तमान में यह वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है, यह राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 7 प्रतिशत उत्पन्न करता है और 3.7 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार देता है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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