रांची: झारखंड की रांची पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के जोनल कमांडर सह झारखंड स्टेट कमेटी के दो लाख के इनामी सदस्य कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान को गिरफ्तार किया है. इसकी निशानदेही पर एक कारबाईन, एक पिस्टल मैगजीन सहित, 11 गोलियां, एक मोबाइल और तीन कंबल बरामद किया गया है.
डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दो लाख के इनामी और पीएलएफआई के जोनल कमांडर कृष्णा यादव को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि कृष्ण यादव के ऊपर रामगढ़, लातेहार, चतरा, रांची और लोहरदगा जिले के अलग-अलग थानों में कुल 51 मामले दर्ज हैं. इससे पहले साल 2021 में भी रांची पुलिस ने कृष्णा यादव को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद लातेहार पुलिस ने एक मामले में पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेकर बालूमाथ थाना के हाजत में रखा था. वह 23 मार्च, 2021 की सुबह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में थी लेकिन वह पुलिस की पकड़ से दूर था. साथ ही एक के बाद एक हत्या, गोलीबारी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को खुलेआम चुनौती देते आ रहा था.
डीआईजी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि कृष्णा यादव अपने दस्ता सदस्यों के साथ लोहदगा जिले के कुडू के धोबीघाट गया हुआ है. सूचना पर पुलिस टीम वहां छापेमारी करने गई थी लेकिन कुछ देर पूर्व ही वहां से कृष्णा यादव जा चुका था. आगे सूचना मिली कि वह अपने सदस्यों के साथ मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत नकटा पहाड़ से हरहु बसरिया जाने वाली कच्ची सड़क के पास जंगल में दो अन्य दस्ता सदस्यों के साथ छुपा है और किसी नक्सल घटना को अंजाम देने के लिए योजना बना रहा है.
सूचना के बाद खलारी डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया. छापेमारी टीम ने जंगली क्षेत्र का घेराबंदी कर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान जी को अवैध हथियार, गोली एवं मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर नकटा पहाड़ क्षेत्र के अम्बाटांड़ जंगल में स्थित क्षतिग्रस्त मकान में काले रंग के बैग में छिपाकर रखा हुआ हथियार सहित अन्य सामान बरामद किया.
डीआईजी के मुताबिक, कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि यह प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन से वर्ष 2014 से जुड़ा है तथा वर्तमान में जोनल कमांडर सह झारखंड स्टेट कमेटी का सदस्य है. वह क्षेत्र के जमीन कारोबारियों, क्रसर मालिकों, ईंट-भट्ठा मालिकों तथा विकास कार्य में लगे ठेकेदारों से रंगदारी के रूप में मोटी रकम की मांग करता था. साथ ही रकम नहीं देने पर कार्य स्थल पर दस्ता सदस्यों के साथ जाकर आगजनी, तोड़फोड़ एवं फायरिंग तथा हत्या तक की घटना को अंजाम देता है.
नक्सली ने बताया कि कुछ और हथियार नकटा पहाड़ और चंदवा थाना क्षेत्र के सीमा के बीच जंगल में बने नाले के पास छिपाकर रखा है। इसी क्षेत्र में उसके दस्ता सदस्य भी रहते हैं. उसके बताए अनुसार इस क्षेत्र में पुलिस बल उसे साथ लेकर पैदल तलाशी एवं छापेमारी अभियान चला रही थी कि इस बीच में पुलिस को धक्का देते हुए रस्सा छुड़ाकर भागने लगा. इस दौरान वह गिरकर घायल हो गया. पुलिस उसे पकड़कर रिम्स रांची में भर्ती कराया है, जहां पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज चल रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार
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