अजमेर: ख्वाजा गरीब नवाज सूफी संत मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाने आए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी और नेशनल कॉन्फ्रेंस कभी एक नहीं हो सकते. वो नफरत फैलाते हैं और हम उनके साथ नहीं जा सकते.
अब्दुल्ला ने कहा कि वे ख्वाजा गरीब नवाज सूफी संत मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर दुआ करने आए हैं. वे चाहते हैं कि अल्लाह उनकी रियासत को ठीक रखे. रियासत में अमन रहे, तरक्की हो और बर्फ पड़े. पहाड़ों पर बर्फ की कमी है. इससे पानी की कमी हो जाएगी. मुल्क में भी अमन रहने की दुआ करता हूं. फारूक अब्दुल्ला ने यहां मखमली चादर और पुष्प पेश किए.
गौरतलब है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में टनल के उद्धाटन समरोह में फारूक अब्दुल्ला के पुत्र और जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की खूब तारीफ की थी. साथ ही देश व जम्मू-कश्मीर को विकास और शांति की राह पर अग्रसर बताया था. इसके उलट फारूख अब्दुल्ला ने इसे नकार दिया.
फारूख अब्दुल्ला ने एक्टर सैफ अली खान पर हमला होने के मुद्दे को गंभीर नहीं माना. उन्होंने कहा कि ऐसे हमले होते रहते हैं. कोई बड़ी बात नहीं है. दिल्ली चुनाव पर पूछे गए सवाल पर कहा कि चुनाव आते हैं और हो जाते हैं. यहां यह भी गौरतलब है कि अब्दुल्ला इंडिया गठबंधन में शामिल थे. अब जब गठबंधन ही नहीं रहा तो उनके सुर भी बदल गए. राजौरी में मौतों को लेकर कहा कि वहां वायरस होने की जांच की जा रही है.
हिन्दुस्थान समाचार
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