नई दिल्ली: उदयपुर और इंदौर अब वेटलैंड शहर बन गए हैं. शनिवार को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने खुशी जाहिर करते हुए जानकारी दी कि भारत में पहली बार मध्य प्रदेश का इंदौर और राजस्थान का उदयपुर दुनिया के 31 वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की सूची में शामिल हो गए हैं. यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी को एक साथ जोड़कर आगे बढ़ने के दृष्टिकोण का प्रमाण है.
इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंदौर और उदयपुर को दुनिया के 31 वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों की सूची में शामिल होने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह मान्यता सतत विकास और प्रकृति तथा शहरी विकास के बीच सामंजस्य को बढ़ावा देने के प्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर कहा कि यह उपलब्धि भारत द्वारा शहरी और ग्रामीण दोनों केंद्रों में पारिस्थितिकी संरक्षण से समझौता किए बिना हमारे शहरी क्षेत्रों के समग्र विकास पर दिए गए जोर को दर्शाती है. उन्होंने इस अनूठी उपलब्धि के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान को बधाई दी.
वेटलैंड शहर होने के फायदे
इस टैग के साथ अब उदयपुर और इंदौर में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, जल स्रोतों के संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा, साथ ही इको ट्यूरिज्म बढ़ेगा.
पर्यावरण का सिरमौर बना इंदौर
पर्यावरण की दृष्टि से इंदौर शहर देश और प्रदेश की स्वच्छतम शहरों में से एक तो था ही, साथ में देश का पहला वेटलैण्ड शहर होने का गौरव इंदौर को मिला. औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित इंदौर पर्यावरण के क्षेत्र में भी संतुलन बनाए हुए है. इंदौर में सिरपुर और यशवंत सागर को रामसर साइट को पूर्व में ही घोषित किया जा चुका है. यहां झीलों के संरक्षण, पर्यावरण सुधार और पक्षियों के लिए आदर्श आवास की स्थिति विकसित करने के साथ ही सिरपुर को बर्ड सैंक्च्युअरी के रूप में विकसित किया जा रहा है.
रामसर साइट्स क्या हैं?
रामसर संधि, जिसे “वेटलैंड्स पर हुई संधि” भी कहा जाता है. यह संधि वर्ष 1971 में ईरान के रामसर नामक स्थल पर विश्व के विभिन्न देशों ने हस्ताक्षरित की थी. इस प्रकार यह एक अंतर-सरकारी संधि है, जो आर्द्र भूमियों और उनके संसाधनों के संरक्षण के फ्रेमवर्क उपलब्ध करवाती. इन उपलब्ध मापदंड के अनुसार आर्द्र भूमि को संरक्षित करने सहायता प्राप्त होती है. इसी प्रकार वर्ष 2015 में रामसर कन्वेंशन के 12वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज में वेटलैण्ड सिटी को मान्यता देने के लिए कार्यक्रम प्रारंभ किया गया था. वेटलैंड्स का संरक्षण करने के साथ शहरी विकास में भी उत्कृष्ट योगदान देने वाले शहरों को वेटलैण्ड शहर की मान्यता दी जाती है.
हिन्दुस्थान समाचार
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