नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि पार्टी दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए कटिबद्ध है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में सरकार बनने पर पूर्वांचल के लोगों के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया जाएगा. ताकि राजधानी में रह रहे पूर्वांचलियों के हितों की रक्षा की जा सके.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में अजय राय ने कहा कि मैं इन दिनों दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजधानी के विभिन्न इलाकों में गया हूं. यहां की जनता अब दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (कांग्रेस) द्वारा किए गए विकास कार्यों को याद कर रही है. उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की जनता चाहती है कि यहां फिर से कांग्रेस की सरकार बने.
अजय राय ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने पर पूर्वांचल के लोगों के हितों की रक्षा के लिए दिल्ली में एक अलग मंत्रालय बनाएंगे. इस मंत्रालय के लिए अलग से बजट आवंटित होगा. इसके अलावा महाकुंभ की तरह छठ महापर्व का आयोजन करेंगे और यमुना तट पर विशेष घाट विकसित किया जाएगा. कुल मिलाकर पूर्वांचलियों के आर्थिक उत्थान और उनकी जीवन शैली को औसत से बेहतर बनाने का काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के लोग पूर्वांचल के लोगों की तुलना रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों से करती है, वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल कहते हैं कि मतदाता सूची में पूर्वांचलियों के फर्जी वोट जुड़वाए जा रहे हैं. केजरीवाल कहते हैं कि पूर्वांचलियों द्वारा द्वारा यमुना को गंदा किया जा रहा है. इससे सम्बन्धित एक पुरानी वीडियो क्लिप भी उन्होंने प्रदर्शित की.
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस तरह के बयान देकर पूर्वांचल के लोगों को अपमानित किया जा रहा है, जबकि दिल्ली को बनाने में पूर्वांचलियों का बहुत बड़ा योगदान है. आज दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों को पीने का साफ पानी तक नहीं मिल पा रहा है. उनके पास रोजगार नहीं है, बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं हैं. इसलिए मैं अपने पूर्वांचल के भाई-बहनों से कहना चाहूंगा कि कांग्रेस आपके साथ खड़ी है. कांग्रेस ने जो वादा किया है, वो जरूर पूरा करेगी.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने प्रयागराज में महाकुंभ में मची भगदड़ पर दुख व्यक्त करते हुए इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कुंभ का आयोजन होता था लेकिन इस तरह से देश-विदेश में मार्केटिंग नहीं की जाती थी. इसी मार्केटिंग के कारण बेइंतहा भीड़ जुटी और भगदड़ मचने पर सरकारी बंदोबस्त नाकाफी साबित हुए. उन्होंने कल का एक वीडियो भी दिखाया, जिसमें प्रयागराज के कमिश्नर माइक पर श्रद्धालुओं से अमृतकाल में स्नान करने की अपील कर रहे हैं और साथ में भगदड़ मचने की आशंका भी जता रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन वीआईपी लोगों को स्नान कराने की व्यवस्था संभालने में जुटा रहा, जिसके कारण यह घटना हुई.
हिन्दुस्थान समाचार
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