प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए. घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है. इस हादसे के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं और महाकुंभ में भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 5 बड़े बदलाव किए हैं. प्रशासन के अनुसार, अब पूरा मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है यानि किसी भी प्रकार के वाहन का मेला क्षेत्र में प्रवेष वर्जित है. प्रयागराज के नजदीक से आने वाले वाहनों को सीमा पर रोका जा रहा है. इसके साथ ही सभी प्रकार के वीवीआईपी पास को रद्द कर दिया है. अब किसी भी विशेष पास के जरिए भी वाहनों के प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए मार्ग को वन-वे किया गया है. बता दें शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है.
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Devotees continue to arrive at the ghats in Maha Kumbh Mela Kshetra to take a holy dip. pic.twitter.com/Fdtb5KPhs0
— ANI (@ANI) January 30, 2025
प्रशासन का कहना है कि महाकुंभ में भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं का सुरक्षा के लिए यह अहम बदलाव किए गए हैं. वहीं प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
महाकुम्भ में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कुम्भ 2019 के समय प्रयागराज में बतौर मंडलायुक्त सेवा दे चुके आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी की तैनाती की गयी है. इसके अतिरिक्त विशेष सचिव स्तर के 5 अधिकारियों को भी भेजा जा रहा है. यह सभी 12 फरवरी तक प्रयागराज में उपस्थित रहकर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने में सहयोग देंगे. इसके अतिरिक्त, पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी तैनात किया जाएगा.
सीएम योगी खुद कर रहे मॉनिटरिंग
सीएम योगी लगातार महाकुंभ में व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे हैं. सीएम योगी ने भीड़ को नियंत्रित करने और विभागों के बीच समन्वय बनाने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए है. साथ ही मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से महाकुंभ में व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा करने के लिए कहा है.
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज, कौशाम्बी, वाराणसी, अयोध्या मीरजापुर, बस्ती, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा अंबेडकरनगर, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर आदि जनपदों, ज़ोन, रेंज में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज से अपडेट जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ मेला क्षेत्र में लगातार सतर्कता-सावधानी बनाये रखने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने अयोध्या, वाराणसी, मीरजापुर और चित्रकूट के अधिकारियों से वहां विभिन्न क्षेत्रों से आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के दृष्टिगत किये गए प्रबंध की जानकारी ली. इसी प्रकार, प्रयागराज से सीमा साझा करने वाले सभी जिलों के अधिकारियों लगातार प्रयागराज प्रशासन से संपर्क-समन्वय बनाने रखने के निर्देश दिए.
प्रयागराज से बाहर जाने का मार्ग, रुकना नहीं चाहिए: मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने कहा एडीजी और जिलाधिकारी प्रयागराज यह सुनिश्चित कराएं कि एक-एक श्रद्धालु सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाए. यह हमारी जिम्मेदारी है. इसके लिए रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित कराया जाए. परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई जाएं. जहां कहीं भी लोगों को रोका गया है, वहां सभी के भोजन और पेयजल का प्रबंध किया जाए. एक भी श्रद्धालु को भोजन-पानी की समस्या न हो. किसी भी होल्डिंग एरिया में बिजली आपूर्ति बाधित नहीं होनी चाहिए.
महाकुम्भ मेला क्षेत्र में आवागमन लगातार चलता रहे. अनावश्यक लोगों को न रोकें. कहीं भी भीड़ का दबाव न बनने पाए. मार्गों पर जाम नहीं होना चाहिए. यदि कहीं स्ट्रीट वेंडर आदि मार्गों पर हों, तो उन्हें खाली एरिया में व्यवस्थपित करें. आवागमन लगातार जारी रहना चाहिए. कहीं भी जाम की स्थिति नहीं बननी चाहिए.
सीएम योगी ने कहा किए प्रयागराज के सीमावर्ती जनपद, प्रयागराज से मिल रहे निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएं. पेट्रोलिंग बढ़ाएं. अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर कहीं भी यातायात अवरुद्ध नहीं होना चाहिए. प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाना चाहिए.
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