Mahatma Gandhi Punyatithi 2025: भारतीय इतिहास में 30 जनवरी का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, इस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मृत्यु हुई थी, इसी के चलते हर साल इस दिन को बापू की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है. इस बार उनकी 66 वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है. महात्मा गांधी ने न केवल भारत के स्वतंत्रता संग्राम को नया आयाम और रास्ता दिखाया था बल्कि सत्य अहिंसा के पथ पर चलकर देश को नया नजरीया भी प्रदान किया था. जिसने आगे चलकर अंग्रेजी हुकूमत की जड़े हिला दी.
महात्मा गांधी पर 30 जनवरी 1947 को नाथुराम गोडसे ने गोली चलाई थी जिसके तुरंत बाद ही उनकी मृत्यु हो गई थी. बता दें कि इस दिन को शहीद दिवस के रूप में देशभर में मनाया जाता है. वहीं 23 मार्च को भारत के वीर सपूतों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को क्रूर अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी पर चढ़ाया था. इन्हीं वजह से उस दिन को अमर शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस बार उनकी 66 वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है.
शहीद दिवस आज
बता दें कि शहीद दिवस पर देशभर में महात्मा गांधी और उनके जीवन पर केंद्रित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दिन भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और तीनों रक्षा प्रमुख राजघाट पर गांधी जी की समाधि पर श्रद्धांजलि देते हैं और दो मिनट का मौन धारण कर महात्मा गांधी के साथ देश के वीर जवानों की कुर्बानियों को याद करते हैं.
महात्मा गांधी : दो शब्द
2 अक्टूबर 1869 को जन्में महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, उनका पूरा जीवन किसी प्रेरणा से कम नहीं थे जो अपने आर्दशों पर चलने के साथ देश के लिए कुछ कर गुजरने की भी सीख देता है. गांधी जी ने अफ्रीका से बेरेस्टर की पढ़ाई की थी और वापस भारत आकर स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसकी शुरूआत चंपारण सत्याग्रह से शुरू हो हुई और फिर असहयोग, सविनय अवज्ञा जैसे आंदोलनों से होते हुए आगे बढ़ी. पूरे देश में ऐसे कई आंदोलन चलाए गए जिसने आजादी की ज्वाला को दिलों में जलाने का काम किया.
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