मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा के मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम गुरुवार को संभल पहुंची. आयोग की टीम ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में घटना में घायल पुलिसकर्मियों व चिकित्सक और चिकित्सा कर्मियों का बयान दर्ज किए. न्यायिक जांच आयोग के सदस्यों की ओर से बताया गया है कि घटना से संबंधित कोई जानकारी अगर किसी व्यक्ति को देनी है तो वह दे सकते हैं.
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दारौन 24 नवंबर 2024 को तीन स्थानों पर हिंसा और बवाल हुआ था। पहला बवाल जामा मस्जिद के नजदीक हुआ था, जहां पांच लोगों की जान गई थी. दूसरा बवाल नखासा तिराहे पर हुआ था, जहां पुलिस पर पथराव और फायरिंग की गई थी. इसके बाद तीसरी हिंसा हिंदूपुरा खेड़ा में हुई था, जहां पुलिस के अधिकारियों पर जानलेवा हमला किया गया था। इस घटना के 73 आरोपित उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वहीं 67 की तलाश अभी जारी है. इस हिंसा के मामले में गठित न्यायिक जांच आयोग की टीम पूर्व में दो बार संभल आ चुकी है और विभिन्न पहलुओं पर जांच कर चुकी है.
संभल हिंसा के मामले में गठित न्यायिक जांच आयोग के अध्यक्ष हाई कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा, सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन व पूर्व अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद गुरुवार को सुबह लगभग 10.30 बजे के करीब संभल के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस पहुंचे. आयोग की टीम ने बवाल में घायल पुलिसकर्मियों और आम लोगों का मेडिकल करने वाले चिकित्सक और चिकित्साकर्मियों के बयान दर्ज किए .
हिन्दुस्थान समाचार
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