दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज वोटिंग होने जा रही है. दिल्ली की सभी 70 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा. चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं. इस बार कुल 699 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. दिल्ली के 1.56 करोड़ मतदाता इन प्रत्याशी की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद करेंगे. इस बार चुनाव आयोग ने राजधानी में 13766 मतदान केंद्र बनाए हैं.
दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या एक करोड़ 56 लाख 14 हजार है. इनमें से 83 लाख 76 हजार 173 पुरुष और 72 लाख 36 हजार 560 महिला मतदाता है. इसके अतिरिक्त 1,267 ट्रांस्जेंडर मतदाता और 12,736 सेवा मतदाता हैं. 79,885 दिव्यांग मतदाता हैं. वहीं पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 2,39,905 है.
बांग्लादेशी घुसपैठियों पर CCTV से रहेगी पैनी नजर
फर्जी मतदान के खिलाफ चुनाव आयोग बेहद सख्त है. इसलिए सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव आयोग सीसीटीवी से निगरानी करेगा. इस बीच दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के विरुद्ध अभियान तेज कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने कई इलाकों में विशेष तलाशी अभियान के तहत द्वारका से करीब 200 संदिग्धों की पहचान की है. साथ ही बाहरी दिल्ली से 175 संदिग्ध बांग्लादेशियों की लिस्ट तैयार की है. इसी तरह दिल्ली के जामिया नगर, रंगपुरी सहित कई इलाकों में विशेष तलाशी अभियान चलाया गया है.
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने और गिरफ्तार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है, बताया जा रहा है कि फर्जी मतदान न होने पाए, इसके पूरे प्रयास किए गए हैं. मतदान केंद्रों पर बांग्लादेशी घुसपैठियों पर कैमरा नजर रखेगा. उनका चेहरा आते ही वे डिटेक्ट हो जाएंगे. पहचान होते ही वे प्रशासन की पकड़ में होंगे और इसके बाद वापस बांग्लादेश भेजे जाएंगे.
तीन राष्ट्रीय पार्टियों के बीच मुकाबला
दिल्ली का यह चुनाव इस बार काफी रोचक हो गया है. तीन राष्ट्रीय पार्टियों (बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस) के बीच मुकाबला है. वैसे तो इस बार आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच में कड़ा मुकाबला दिख रहा है. इसी बीच कांग्रेस पार्टी भी अपना खोया जनाधार वापस पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है.
बता दें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इस चुनाव में भाजपा ने 68 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, जबकि दो सीटें उसने अपने गठबंधन के दलों के लिए छोड़ी है. देवली सीट एलजेपी रामविलास तो बुराड़ी सीट जेडीयू को दी गई है.
कालकाजी सीट पर कड़ा मुकाबला
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री आतिशी लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. उन्हें भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से कड़ी टक्कर मिल रही है. वहीं इस सीट से पहली बार चुनाव लड़ रहे रमेश बिधूड़ी ने जीत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पूरी ताकत झोंक दी है. यह मुकाबला इतना रोचक हो चुका है कि रमेश और आतिशी एक दूसरे पर कई बार आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए चुनाव आयोग को चिट्ठी भी लिख चुके हैं.
नई दिल्ली सीट बनी हॉट सीट
इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी टक्कर नई दिल्ली लोकसभा सीट है. यहां आम आम पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनाव लड़ रहे है. केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट से चौथी बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. केजरीवाल के सामने भाजपा से प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं.
कांग्रेस के लिए ‘करो या मरो’ वाली स्थिति
पिछले दो चुनावों में जीरो प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. उसके नेता और उम्मीदवार अपने खोए हुए मतदाताओं, खासकर अल्पसंख्यकों और दलितों को वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. पार्टी लगभग दो दर्जन सीटों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और इन क्षेत्रों में समर्थन वापस पाने के लिए अपने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेताओं के जरिए प्रचार कर रही है.
पिछले विधानसभा चुनाव का हाल
दिल्ली में पिछली बार साल 2020 में विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बाजी मारी थी. आप ने 70 में से 62 सीटें जीती थी और 8 सीटों पर बीजेपी जीतने में सफल हुई थी. कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी.
ये भी पढ़ें- कैंसर के उपचार में ‘आयुष्मान भारत योजना’ बन रही मददगार: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा
कमेंट