दंतेवाड़ा: दंतेवाड़ा एसपी कार्यालय में बुधवार को 6 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिसमें पांच महिला के साथ एक पुरुष नक्सली शामिल हैं. दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से चलाई जा रही आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पित नक्सलियों को 25 हजार की सहायता राशि दी जा रही है. साथ ही बाकी अन्य सुविधाओं के अलावा हर महीने 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिल रही है. उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को तीन वर्ष तक मुफ्त आवास और भोजन की सुविधा के साथ स्किल डवलपेंट के साथ कृषि योग्य भूमि भी दी जा रही है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पित नक्सलियों में बुरगुम पंचायत मिलिशिया डिप्टी कमाण्डर हुंगा उर्फ हरेन्द्र कुमार माड़वी निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा, बुरगुम पंचायत मिलिशिया सदस्य आयते मुचाकी निवासी बुरगुम बोज्जापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा, बुरगुम पंचायत सीएनएम सदस्य शांति उर्फ जिम्मे कोर्राम निवासी बुरगुम पुजारीपाल थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा, बुरगुम डीएकेएमएस सदस्य हुंगी सोड़ी निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दन्तेवाड़ा, बुरगुम पंचायत डीएकेएमएस उपाध्यक्ष हिड़मे मरकाम निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा, बुरगुम पंचायत केएएमएस सदस्य जोगी सोड़ी निवासी बुरगुम गायतापारा थाना अरनपुर जिला दंतेवाड़ा शामिल हैं.
उल्लेखनीय है कि जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान लोन वर्राटू तथा छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति का व्यापक प्रभाव पड़ा है. जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ के द्वारा भटके हुए नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है. शासन द्वारा चलाये जा रहे “नियद नेल्ला नार” योजना एवं अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार खोले जा रहे सुरक्षा कैंप से बढ़ते दबाव के फलस्वरूप नक्सली बस्तर संभाग में लगातार आत्मसमर्पण कर रहे हैं.
हिन्दुस्थान समाचार
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