कोलकाता: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत छह फरवरी से 16 फरवरी तक पश्चिम बंगाल में रहेंगे. वह सात से 12 फरवरी तक दक्षिण बंगाल का दौरा करेंगे. इसके बाद वह मध्य बंगाल और उत्तर बंगाल के दौरे पर भी रहेंगे. इस दौरान वे संघ कार्यकर्ताओं और समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बैठक कर सामाजिक परिवर्तन से जुड़े अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्वी क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख जिष्णु बसु ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भागवत गुरुवार को ही कोलकाता आ जाएंगे और शुक्रवार से उनका दौरा शुरू होगा. संघ के दक्षिण बंगाल प्रांत के प्रचार प्रमुख विप्लव राय ने बताया कि मोहन भागवत की यह यात्रा दक्षिण बंगाल में संघ के संगठनात्मक कार्यों की समीक्षा और समाज में व्यापक परिवर्तन की दिशा में उठाए जा रहे कदमों पर केंद्रित होगी. उन्होंने कहा कि इस बार पंच प्रण “स्व-आधार”, सामाजिक समरसता, कुटीर उद्योगों का विकास और सार्वजनिक भागीदारी जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी. इसके अलावा वे प्रबुद्ध नागरिकों और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी संवाद करेंगे. सरसंघचालक 11 और 12 फरवरी को कोलकाता में संघ के कार्यकर्ताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे.
13 फरवरी को वे पश्चिम बंगाल में प्रवास करेंगे, जबकि 14 फरवरी को बर्दवान जिले में संघ के नए प्रखंड कार्यालय का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद 16 फरवरी को “साई” परिसर में विभिन्न संगठनों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. यह दौरा संघ के संगठनात्मक विस्तार और सामाजिक बदलाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मोहन भागवत के इस प्रवास से बंगाल में संघ के कार्यों को नई दिशा मिलने की संभावना है.
हिन्दुस्थान समाचार
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