काठमांडू: रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन की सेना के कब्जे में रहे नेपाल के दो युवकों को नौ महीने बाद रिहा कर दिया गया. दोनों को प्रवासी नेपाली संघ यूक्रेन को सौंपा गया.
प्रवासी नेपाली संघ यूक्रेन के अध्यक्ष डॉ. बद्री केसी ने टेलीफोन पर बताया कि पिछले नौ महीने से यूक्रेन के डिटेंशन सेंटर में रहे नेपाल के तेह्रथुम जिले के निवासी 29 वर्षीय फुर्वा शेरपा और इसी जिले के 39 वर्षीय सांबो शेरपा को यूक्रेन की सेना ने रिहा कर दिया है. जर्मनी स्थित नेपाली राजदूत डॉ. शैल रूपखेती दोनों युवकों को लेने के लिए कीव पहुंचे. दोनों युवकों को टर्किश एयर से काठमांडू भेज दिया गया है. यह विमान शुक्रवार दोपहर काठमांडू पहुंचेगा.
राजदूत रूपखेती ने बताया कि नौकरी के झांसे में करीब 10 महीने पहले ये दोनों युवक यूक्रेन आए थे. नई दिल्ली स्थित एक कंसल्टेंसी के जरिये कीव पहुंचे इन दोनों को रूस के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार कर डिटेंशन सेंटर में रखा गया. उधर, इन दोनों की रिहाई पर परिवार वालों ने खुशी व्यक्त की है.
हिन्दुस्थान समाचार
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